दक्षिण अफ्रीका की चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदें खत्म हो गईं। सेमीफाइनल में उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ 50 रन से हार का सामना करना पड़ा। डेविड मिलर ने शानदार प्रदर्शन किया और 83 गेंदों पर नाबाद 100 रन बनाए, लेकिन उनकी पारी भी टीम को जीत नहीं दिला सकी। प्रोटियाज 363 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाए और मुकाबला हार गए।
न्यूजीलैंड का प्रभावशाली बल्लेबाजी प्रदर्शन
न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 362/6 का बड़ा स्कोर बनाया। रचिन रविंद्र ने 101 गेंदों पर 108 रन और केन विलियमसन ने 94 गेंदों पर 102 रन बनाए। उनकी शानदार साझेदारी के बाद डेरिल मिचेल (49) और ग्लेन फिलिप्स (नाबाद 49) ने टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज कीवी बल्लेबाजों को रोकने में नाकाम रहे, जिससे न्यूजीलैंड ने पूरे मैच पर पकड़ बना ली।
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डेविड मिलर के शानदार प्रदर्शन के बावजूद दक्षिण अफ्रीका की प्रतिक्रिया कमज़ोर रही
मैच के बाद कप्तान तेम्बा बावुमा ने टीम की कमजोरियों को स्वीकार किया और उन कारणों पर रोशनी डाली, जिनकी वजह से दक्षिण अफ्रीका को हार का सामना करना पड़ा।
👉 बड़ा लक्ष्य मुश्किल बना –
बावुमा ने माना कि 363 रनों का लक्ष्य बहुत चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह औसत से ज्यादा था। अगर यह 350 के आसपास होता, तो हम बेहतर तैयारी कर सकते थे।” न्यूजीलैंड ने जरूरत से ज्यादा बड़ा स्कोर बना लिया, जिससे पीछा करना कठिन हो गया।
👉 महत्वपूर्ण साझेदारियाँ नहीं बन पाईं –
कप्तान ने कहा कि टीम को लंबी साझेदारियों की जरूरत थी। उन्होंने कहा, “हमारी एक-दो अच्छी साझेदारियाँ हुईं, लेकिन मुझे या रस्सी (वैन डेर डूसन) को और देर तक टिकना चाहिए था, जैसे न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने किया।”
👉 न्यूजीलैंड का दबाव बनाने का तरीका –
बावुमा ने कीवी बल्लेबाजों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की और दक्षिण अफ्रीका को शुरू से ही दबाव में डाल दिया। उन्होंने कहा, “उन्होंने ऑफ-साइड में गैप खोजे और बीच के ओवरों में अच्छा खेला। रचिन, विलियमसन, मिशेल और फिलिप्स ने शानदार पारियां खेलीं।”
👉 गलत समय पर विकेट गंवाना –
अपने आउट होने पर बात करते हुए, बावुमा ने कहा कि उनका विकेट “नरम आउट” था और रस्सी का विकेट भी टीम के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। उन्होंने कहा, “हम 125/1 पर थे और बढ़िया खेल रहे थे, लेकिन हम इसे आगे नहीं बढ़ा पाए। मेरे और रस्सी के आउट होने के बाद निचले क्रम पर ज्यादा दबाव आ गया।”
👉 महत्वपूर्ण मौकों को नहीं भुना पाए –
बावुमा ने माना कि टीम को खेल के अहम मौकों पर ज्यादा आक्रामक और निर्णायक होना चाहिए था। उन्होंने कहा, “हमें विरोधी टीम को वापसी का मौका नहीं देना चाहिए था। हमें खेल के बड़े पलों को सही से संभालना था।”
बावुमा की बातों से साफ है कि दक्षिण अफ्रीका इस मैच में कई मौकों पर चूक गया, जिसकी वजह से न्यूजीलैंड ने जीत दर्ज कर ली।
प्रोटियाज टीम का दिल तोड़ने वाला अंत
दक्षिण अफ्रीका का एक और ICC टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में हारकर बाहर होना उनके फैंस के लिए बड़ा झटका है। बावुमा और उनकी टीम ने कुछ उम्मीदें तो जगाईं, लेकिन बड़े लक्ष्य का पीछा करने में नाकाम रहे और एक और ट्रॉफी जीतने का मौका गंवा दिया। दूसरी ओर, न्यूजीलैंड ने फाइनल में जगह बना ली और एक बार फिर साबित कर दिया कि वे बड़े टूर्नामेंट में हमेशा मजबूत प्रदर्शन करते हैं।