भारत और न्यूजीलैंड की दिग्गज टीमें चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में दुबई में भिड़ेंगी। दोनों टीमों ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया है। क्रिकेट फैंस को अब इन दो मजबूत टीमों के बीच एक रोमांचक मुकाबले का इंतजार है।
भारत का फाइनल तक का सफर
रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम इस टूर्नामेंट में बेहद मजबूत रही है। उन्होंने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है और एक भी मैच नहीं हारे हैं। भारत की बल्लेबाजी लाइनअप विराट कोहली, शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर जैसे स्टार खिलाड़ियों से भरी हुई है, जिन्होंने बड़े स्कोर बनाए हैं और मुश्किल लक्ष्य आसानी से हासिल किए हैं।
गेंदबाजी में भी टीम दमदार रही है। अनुभवी मोहम्मद शमी, स्पिनर वरुण चक्रवर्ती और हरफनमौला रवींद्र जडेजा की मौजूदगी ने भारत के आक्रमण को और खतरनाक बना दिया है। इन गेंदबाजों ने विपक्षी टीमों को कम स्कोर पर रोका है और मुश्किल हालात में भी दबाव बनाया है।
भारत क्यों है पसंदीदा?
दुबई की पिचों और नमी वाली परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने की भारत की क्षमता उनकी सफलता में अहम रही है। चाहे रोशनी में शुरुआती स्विंग गेंदबाजी का सामना करना हो या स्पिन-अनुकूल पिचों का फायदा उठाना हो, भारतीय टीम ने हर स्थिति में शानदार खेल दिखाया है।
भारत की बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में गहराई है, जिससे वे किसी भी चुनौती से निपटने में सक्षम हैं। साथ ही, बड़े मुकाबलों में खेलने का उनका अनुभव उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का प्रबल दावेदार बनाता है।
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न्यूजीलैंड के खिलाफ अंतिम मैच के लिए भारत की संभावित प्लेइंग-XI
1. रोहित शर्मा (कप्तान)
- भूमिका: सलामी बल्लेबाज, लीडर
- ताकत : आक्रामक स्ट्रोकप्ले, असाधारण टाइमिंग और दबाव में नेतृत्व
- मैच-विजेता कारक: रोहित शर्मा, “हिटमैन”, पावरप्ले में विपक्षी टीम से खेल छीनने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते हैं। बड़े शतक बनाने की उनकी आदत – खास तौर पर सफेद गेंद वाले क्रिकेट में – उन्हें गेंदबाजों के लिए एक बुरा सपना बनाती है। न्यूजीलैंड के अनुशासित आक्रमण के खिलाफ, उनका धैर्य और आवश्यकतानुसार स्थिरता लाने या तेजी लाने की क्षमता महत्वपूर्ण होगी। कप्तान के रूप में, उनकी सामरिक सूझबूझ मुश्किल परिस्थितियों में कीवी टीम को मात दे सकती है।
2. शुभमन गिल
- भूमिका: सलामी बल्लेबाज
- ताकत: तकनीक, स्थिरता और विभिन्न परिस्थितियों में अनुकूलनशीलता
- मैच जीतने वाला कारक : गिल की शानदार स्ट्रोकप्ले और पारी को आगे बढ़ाने की क्षमता उन्हें रोहित के लिए एक आदर्श साथी बनाती है। वनडे में उनका हालिया प्रदर्शन बताता है कि वे बड़े मंचों पर हावी होने के लिए तैयार हैं। न्यूजीलैंड के स्विंग गेंदबाजों के खिलाफ, उनकी शानदार तकनीक भारत को एक बड़ा स्कोर बनाने या उसका पीछा करने में मदद कर सकती है।
3. विराट कोहली
- भूमिका: शीर्ष क्रम बल्लेबाज (नंबर 3)
- ताकत: बेजोड़ स्थिरता, लक्ष्य का पीछा करने की क्षमता और मानसिक दृढ़ता
- मैच-विनर फैक्टर: फाइनल में किंग कोहली? इससे ज़्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता। रन-चेज़ में उनका रिकॉर्ड शानदार है, और बड़े मैचों के लिए उनकी भूख बेजोड़ है। चाहे दबाव को झेलना हो या देर से तेज़ी से रन बनाना हो, कोहली की अकेले दम पर मैच जीतने की क्षमता – ख़ास तौर पर न्यूज़ीलैंड जैसी बेहतरीन टीम के ख़िलाफ़ – उन्हें भारत का ट्रम्प कार्ड बनाती है।
4. श्रेयस अय्यर
- भूमिका: मध्यक्रम बल्लेबाज (नंबर 4)
- ताकत: स्ट्रोकप्ले, स्पिन के खिलाफ प्रभुत्व, और धैर्य
- मैच-विजेता कारक: मध्य ओवरों में स्पिन से निपटने की अय्यर की क्षमता न्यूजीलैंड के स्पिनरों जैसे मिचेल सैंटनर के खिलाफ निर्णायक हो सकती है। दबाव में मैच-परिभाषित पारी खेलने की उनकी आदत उन्हें इस लाइनअप में एक महत्वपूर्ण कड़ी बनाती है, जो शीर्ष क्रम और फिनिशरों के बीच पुल का काम करती है।
5. अक्षर पटेल
- भूमिका: ऑलराउंडर (निचले मध्यक्रम बल्लेबाज, बाएं हाथ के स्पिनर)
- ताकत: किफायती गेंदबाजी, उपयोगी बल्लेबाजी और शानदार फील्डिंग
- मैच जीतने वाला कारक: अक्षर की गेंद के साथ सटीकता न्यूजीलैंड के मध्य ओवरों में स्कोरिंग को रोक सकती है, जबकि निचले क्रम में तेजी से रन बनाने की उनकी क्षमता गहराई जोड़ती है। बड़े मैचों में उनके शानदार प्रदर्शन ने उन्हें एक खामोश हत्यारा बना दिया है।
6. केएल राहुल (विकेटकीपर)
- भूमिका: मध्यक्रम बल्लेबाज, विकेटकीपर
- ताकत: बहुमुखी प्रतिभा, तकनीकी मजबूती और स्टंप के पीछे सुरक्षित हाथ
- मैच-विजेता कारक: परिस्थिति के अनुसार पारी को स्थिर करने या समाप्त करने की राहुल की क्षमता अमूल्य है। स्पिनरों और तेज गेंदबाजों के खिलाफ उनकी कीपिंग स्किल्स संभावित रूप से टर्निंग पिच पर महत्वपूर्ण होंगी। उनकी एक बड़ी पारी खेल को भारत की ओर मोड़ सकती है।
7. हार्दिक पांड्या
- भूमिका: ऑलराउंडर (निचले क्रम के बल्लेबाज, सीम गेंदबाज)
- ताकत: विस्फोटक बल्लेबाजी, तेज गेंदबाजी और खेल को बदल देने वाली ऊर्जा
- मैच-विनर फैक्टर : पंड्या उच्च-दांव वाले खेलों में सफल होते हैं। डेथ ओवरों में बाउंड्री पार करने या गेंद से साझेदारी तोड़ने की उनकी क्षमता उन्हें वास्तविक मैच-विनर बनाती है। न्यूजीलैंड के मध्य क्रम के खिलाफ, उनके कटर और बाउंसर घातक साबित हो सकते हैं।
8. रवींद्र जडेजा
- भूमिका: ऑलराउंडर (निचले क्रम के बल्लेबाज, बाएं हाथ के स्पिनर)
- ताकत : सटीक सटीकता, इलेक्ट्रिक फील्डिंग और क्लच योगदान
- मैच जीतने वाला कारक: “सर जडेजा” न्यूजीलैंड के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं। उनकी सटीक गेंदबाजी बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल सकती है, उनकी तेज फील्डिंग रन-आउट करा सकती है, और उनकी आक्रामक बल्लेबाजी आखिरी पलों में मैच का पासा पलट सकती है। फाइनल में, उनका अनुभव बेहद कीमती साबित होगा।
9. मोहम्मद शमी
- भूमिका: तेज गेंदबाज
- ताकत: सीम मूवमेंट, रिवर्स स्विंग और डेथ ओवर में महारत
- मैच जीतने वाला कारक: शमी की नई गेंद से जल्दी स्ट्राइक करने या यॉर्कर से पुछल्ले बल्लेबाजों को परेशान करने की क्षमता उन्हें गेम चेंजर बनाती है। न्यूजीलैंड के शीर्ष क्रम के खिलाफ- डेवोन कॉनवे या केन विलियमसन के बारे में सोचें- उनकी स्विंग भारत के प्रभुत्व के लिए माहौल तैयार कर सकती है।
10. कुलदीप यादव
- भूमिका: कलाई स्पिनर
- ताकत: विविधता, धोखा और विकेट लेने की क्षमता
- मैच-विनर फैक्टर: कुलदीप की चाइनामैन स्पिन बेहतरीन बल्लेबाजों को भी परेशान कर सकती है। बीच के ओवरों में विकेट लेने की उनकी आदत न्यूजीलैंड की लय को तोड़ सकती है, जिससे मैच भारत के पक्ष में हो सकता है।
11. वरुण चक्रवर्ती
- भूमिका: मिस्ट्री स्पिनर
- ताकत: विविधताएं, नियंत्रण और बड़े मैच का स्वभाव
- मैच-विनर फैक्टर: वरुण की मिस्ट्री स्पिन इस आक्रमण में एक एक्स-फैक्टर जोड़ती है। गुगली और कैरम बॉल से बल्लेबाजों को चकमा देने की उनकी क्षमता न्यूजीलैंड की लाइनअप को तहस-नहस कर सकती है, खासकर अगर पिच स्पिन के लिए मददगार हो। उनका एक ब्रेकआउट स्पेल अंतर पैदा कर सकता है।