आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का समापन 9 मार्च को हुआ, जब भारत ने दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर तीसरी बार खिताब जीता। टूर्नामेंट खत्म होने के बाद, 10 मार्च को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने ‘टूर्नामेंट की टीम’ की घोषणा की, जिसमें सभी टीमों के बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को जगह मिली।
रोहित शर्मा का टीम में न होना: एक बड़ा आश्चर्य?
आईसीसी की ओर से किए गए एक चौंकाने वाले फैसले में, भारत के कप्तान रोहित शर्मा को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की ‘टूर्नामेंट की टीम’ में जगह नहीं मिली, जबकि उन्होंने फाइनल में अहम भूमिका निभाई थी। इस 12 सदस्यीय टीम में कुल पांच भारतीय खिलाड़ी शामिल किए गए, लेकिन कप्तानी न्यूजीलैंड के मिचेल सैंटनर को सौंपी गई। इस टीम में उन खिलाड़ियों को चुना गया, जिन्होंने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और अपनी टीम के लिए अहम योगदान दिया।
रोहित को टीम में जगह न देने के फैसले ने कई लोगों को हैरान कर दिया, खासकर फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ उनकी 83 गेंदों पर 76 रन की मैच जिताऊ पारी को देखते हुए। हालांकि, फाइनल से पहले उनका प्रदर्शन औसत रहा था, लेकिन निर्णायक मुकाबले में उनका प्रभाव अहम रहा। इसके बावजूद, चयनकर्ताओं ने रोहित को बाहर कर न्यूजीलैंड के रचिन रविंद्र और अफगानिस्तान के इब्राहिम जादरान को सलामी बल्लेबाज के रूप में चुना।
रचिन पूरे टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन (251) बनाने वाले खिलाड़ी रहे और उन्हें टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी चुना गया। वहीं, जादरान ने 72 की औसत से 216 रन बनाए और अफगानिस्तान के लिए बेहतरीन प्रदर्शन किया, हालांकि उनकी टीम ग्रुप चरण में बाहर हो गई। रोहित की गैरमौजूदगी के बावजूद, भारतीय बल्लेबाजों ने मध्यक्रम में अपनी जगह बनाई, जिसमें विराट कोहली, श्रेयस अय्यर और केएल राहुल शामिल हैं।
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आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ टीम
1. रचिन रवींद्र (न्यूजीलैंड) – प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट बाएं हाथ का यह युवा बल्लेबाज टूर्नामेंट का सबसे बेहतरीन बल्लेबाज था, जिसने दो शतकों सहित 62.75 की औसत से 251 रन बनाए। शीर्ष पर उनके निडर दृष्टिकोण और निरंतरता ने उन्हें सलामी बल्लेबाज के रूप में स्वचालित विकल्प बना दिया।
2. इब्राहिम जादरान (अफगानिस्तान)- जादरान अफगानिस्तान के सबसे विश्वसनीय बल्लेबाज साबित हुए, जिन्होंने 72 की प्रभावशाली औसत से 216 रन बनाए। पाकिस्तान के खिलाफ उनका जुझारू शतक टूर्नामेंट का एक मुख्य आकर्षण था, इससे पहले कि अफगानिस्तान का अभियान बारिश के कारण समय से पहले समाप्त हो गया।
3. विराट कोहली (भारत) -पूर्व भारतीय कप्तान ने एक बार फिर दबाव की स्थिति में अपना दबदबा दिखाया, 54.5 की औसत से 218 रन बनाए। उन्होंने 48.6 की औसत से 243 रन बनाए, जिसमें दो महत्वपूर्ण अर्धशतक शामिल हैं, जो भारत के लिए एक महत्वपूर्ण संपत्ति साबित हुई ।
4. श्रेयस अय्यर (भारत)- भारत के मध्यक्रम के अहम बल्लेबाज अय्यर ने टीम की पारी संभालने में बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने टूर्नामेंट में 48.6 की औसत से कुल 243 रन बनाए, जिसमें दो महत्वपूर्ण अर्धशतक शामिल थे। उनके प्रदर्शन ने भारत के लिए उन्हें एक भरोसेमंद खिलाड़ी साबित किया।
5. केएल राहुल (भारत) – अपनी शानदार विकेटकीपिंग के अलावा, राहुल ने बल्ले से भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, और 140 की औसत से 140 रन बनाए। न्यूजीलैंड के खिलाफ फाइनल में उनकी मैच जिताऊ पारी ने टीम ऑफ द टूर्नामेंट में उनकी जगह पक्की कर दी। उन्होंने स्टंप के पीछे छह खिलाड़ियों को आउट भी किया।
6. ग्लेन फिलिप्स (न्यूजीलैंड)- टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों और फील्डर्स में से एक, फिलिप्स ने 59 की औसत से 177 रन बनाए और दो विकेट भी लिए। फाइनल में शुभमन गिल को आउट करने सहित उनके शानदार कैच ने उन्हें टूर्नामेंट के सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वालों में से एक बना दिया।
7. अजमतुल्लाह उमरजई (अफगानिस्तान) अफगान ऑलराउंडर ने बल्ले और गेंद दोनों से अपनी दोहरी क्षमताओं का प्रदर्शन किया, 42 की औसत से 126 रन बनाए और सात विकेट लिए, जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ मैच जीतने वाला पांच विकेट (5/58) शामिल था।
8. मिशेल सेंटनर (न्यूजीलैंड) – कप्तान सैंटनर के असाधारण नेतृत्व और गेंदबाजी के प्रदर्शन ने उन्हें टीम ऑफ द टूर्नामेंट में कप्तान की भूमिका दिलाई। बाएं हाथ के स्पिनर ने 4.80 की इकॉनमी से नौ विकेट लिए और न्यूजीलैंड को फाइनल में पहुंचाया।
9. मोहम्मद शमी (भारत)- शमी ने साबित करना जारी रखा कि वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक क्यों हैं, उन्होंने पांच मैचों में नौ विकेट लिए, जिसमें बांग्लादेश के खिलाफ भारत के शुरुआती मैच में पांच विकेट शामिल थे नई गेंद से स्ट्राइक करने की उनकी क्षमता कीवी टीम के लिए महत्वपूर्ण थी, हालांकि दुर्भाग्य से चोट के कारण वे फाइनल से बाहर हो गए।
10. मैट हेनरी (न्यूज़ीलैंड)- न्यूज़ीलैंड के प्रमुख तेज गेंदबाज हेनरी टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने 5.32 की इकॉनमी से कुल 10 विकेट चटकाए। नई गेंद से उनकी घातक गेंदबाजी की क्षमता कीवी टीम के लिए बेहद अहम रही, हालांकि चोट के कारण वह फाइनल में नहीं खेल सके।
11. वरुण चक्रवर्ती (भारत) भारत के मिस्ट्री स्पिनर ने टूर्नामेंट में एक्स-फैक्टर साबित हुए। उन्होंने 4.53 की इकॉनमी से नौ विकेट लिए। अपनी विविधताओं से बल्लेबाजों को परेशान करने की उनकी क्षमता ने उन्हें स्पिन विभाग में एक बेहतरीन खिलाड़ी बना दिया।
12वां खिलाड़ी: अक्षर पटेल (भारत) अक्षर ने टूर्नामेंट में महत्वपूर्ण ऑलराउंड भूमिका निभाई। उन्होंने 109 रन बनाए और पांच विकेट लिए। फाइनल में उनका 29 रन का कैमियो भारत की सफल चेज सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण था।
भारत का आईसीसी खिताब पर दबदबा जारी
इस जीत के साथ, भारत ने अपना तीसरा आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जीत लिया। इससे पहले भारत ने 2002 (श्रीलंका के साथ संयुक्त रूप से) और 2013 (एमएस धोनी की कप्तानी में) यह ट्रॉफी जीती थी। इस जीत ने भारत को लगातार दो आईसीसी खिताब जीतने वाली टीम बना दिया, क्योंकि इससे पहले उसने 2024 में बारबाडोस में टी20 विश्व कप जीता था।
रोहित अ धोनी के बाद कई आईसीसी ट्रॉफी जीतने वाले केवल दूसरे भारतीय कप्तान बन गए हैं। भले ही उन्हें ‘टूर्नामेंट की टीम’ में जगह नहीं मिली, लेकिन उनके शानदार नेतृत्व और फाइनल में उनकी मैच जिताऊ पारी ने भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। दबाव में टीम को संभालने की उनकी क्षमता दिखाती है कि वह दुनिया के बेहतरीन कप्तानों में से एक हैं। अब जब आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 इतिहास बन चुकी है, तो क्रिकेट प्रेमियों की नजर 22 मार्च से शुरू होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 पर होगी।