तेजतर्रार बल्लेबाज शैफाली वर्मा ने महिला अंडर-23 वन-डे ट्रॉफी में हैट्रिक लेकर अपनी उपलब्धियों में एक और सफलता जोड़ ली है। यह उनके महिला प्रीमियर लीग (WPL) 2025 में शानदार प्रदर्शन के बाद आया, जहां वे टॉप स्कोरर में से एक रहीं। हालांकि उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और WPL फाइनल में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा, लेकिन इस गेंदबाजी उपलब्धि ने उनकी ताकत और अनुकूलन क्षमता को साबित किया। इससे वह भारत की सबसे होनहार क्रिकेटरों में से एक के रूप में और मजबूत हुई हैं।
शैफाली वर्मा के लिए उतार-चढ़ाव भरा रहा साल
शैफाली के लिए यह साल उतार-चढ़ाव से भरा रहा, जिसमें खुशियां भी थीं और निराशा भी। 2024 महिला टी20 विश्व कप में भारत के ग्रुप स्टेज से बाहर होने के दौरान, उन्होंने चार मैचों में सिर्फ 97 रन बनाए, जिससे सीमित ओवरों की टीम में उनकी जगह पर सवाल उठने लगे। लेकिन 2025 WPL में उन्होंने जोरदार वापसी की और 153 की शानदार स्ट्राइक रेट से 304 रन बनाए। उनके 16 छक्कों से ज्यादा सिर्फ एशले गार्डनर ने लगाए, जिन्होंने ज्यादा गेंदें खेलीं। हालांकि शैफाली ने खुद शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन उनकी टीम दिल्ली कैपिटल्स 15 मार्च को मुंबई इंडियंस के खिलाफ लगातार तीसरी बार WPL फाइनल हार गई।
गुवाहाटी में शैफाली की हैट्रिक का जादू
WPL फाइनल के दो दिन बाद ही, शैफाली गुवाहाटी में कर्नाटक के खिलाफ अंडर-23 प्री-क्वार्टर फाइनल में हरियाणा की कप्तानी कर रही थीं। इस मैच को और दिलचस्प बना दिया कर्नाटक की कप्तान निकी प्रसाद ने, जो WPL फाइनल में शेफाली की टीम की साथी रह चुकी थीं।
कर्नाटक ने 188/4 का मजबूत स्कोर बनाया, तब शैफाली ने खुद गेंदबाजी करने का फैसला किया। भले ही वह नियमित गेंदबाज नहीं हैं, लेकिन उनकी ऑफ-ब्रेक गेंदबाजी से उन्होंने पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 12 विकेट लिए हैं। 44वें ओवर में उन्होंने लगातार दो गेंदों पर सलोनी पी और सौम्या वर्मा को आउट कर दिया। इसके बाद, 46वें ओवर की पहली ही गेंद पर नमिता डिसूजा को क्लीन बोल्ड कर अपनी हैट्रिक पूरी की। शेफाली ने कुल 4 ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट लिए और अपनी शानदार ऑलराउंड प्रतिभा दिखा दी।
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टीम प्रयास से जीत सुनिश्चित हुई
शैफाली ने अपनी शानदार गेंदबाजी से सभी को रोमांचित किया, लेकिन कर्नाटक ने मिथिला विनोद के 87 गेंदों पर 90 रनों की शानदार पारी की बदौलत 217 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
हरियाणा की ओर से तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शैफाली ने चार चौकों की मदद से तेज शुरुआत की, लेकिन वह सिर्फ 12 गेंदों में 18 रन बनाकर आउट हो गईं। 71/3 के स्कोर पर हरियाणा दबाव में था, लेकिन सोनिया मेंधिया (79 गेंदों पर 66) और तनिषा ओहलान (77 गेंदों पर नाबाद 77) ने 92 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी कर टीम को संभाला। आखिर में त्रिवेणी वशिष्ठ ने 37 गेंदों पर नाबाद 25 रन बनाकर हरियाणा को छह विकेट और आठ ओवर शेष रहते आसान जीत दिला दी। यह प्रदर्शन दिखाता है कि शैफाली चुनौतियों के बावजूद खुद को लगातार बेहतर बना रही हैं और सभी फॉर्मेट में अपनी उपयोगिता साबित कर रही हैं।