महाराजा यादवेंद्र सिंह इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए आईपीएल 2025 के एक रोमांचक मुकाबले में पंजाब किंग्स (PBKS) ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को 18 रन से हराया। इस मैच में CSK ने एक चौंकाने वाला फैसला लिया – लक्ष्य का पीछा करते हुए ओपनर डेवोन कॉनवे को रिटायर आउट कर दिया गया। मैच के बाद CSK के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने इस फैसले पर बात की और बताया कि इसके पीछे क्या सोच थी।
प्रियांश आर्या के धमाकेदार प्रदर्शन ने पीबीकेएस के लिए मंच तैयार किया
पंजाब किंग्स (PBKS) ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरुआत में पांच विकेट जल्दी गंवा दिए और आठ ओवर में उनका स्कोर 83/5 हो गया था। लेकिन इसके बाद 24 साल के प्रियांश आर्य ने कमाल की पारी खेली। उन्होंने सिर्फ 42 गेंदों में 7 चौके और 9 बड़े छक्के लगाकर 103 रन बनाए। उनकी इस पारी की मदद से टीम 219/6 के मजबूत स्कोर तक पहुंची। उन्होंने सिर्फ 39 गेंदों में शतक पूरा किया, जो आईपीएल इतिहास का संयुक्त रूप से चौथा सबसे तेज शतक है। मैच के बाद कप्तान श्रेयस अय्यर ने उनकी तारीफ करते हुए कहा, “प्रियांश की बल्लेबाजी आज कमाल की थी, बाहर से देखना बहुत शानदार लगा। शायद यह सबसे बेहतरीन पारियों में से एक थी।”
सीएसके का पीछा और डेवोन कॉनवे
220 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई की ओपनिंग जोड़ी डेवोन कॉनवे और रचिन रविंद्र ने अच्छी शुरुआत दी। पावरप्ले में दोनों ने बिना विकेट गंवाए 59 रन जोड़े। कॉनवे शानदार लय में दिखे और उन्होंने 49 गेंदों पर 6 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 69 रन बनाए।
लेकिन मैच का टर्निंग पॉइंट 18वें ओवर में आया, जब कॉनवे अचानक रिटायर्ड आउट हो गए। ये फैसला सभी को चौंकाने वाला लगा। उनके बाहर होने से रवींद्र जडेजा को बल्लेबाजी का मौका मिला, लेकिन ये रणनीति काम नहीं आई। जडेजा के आने के बावजूद रन गति नहीं बढ़ पाई और CSK 201/5 पर ही रुक गई, जिससे उन्हें 18 रन से हार का सामना करना पड़ा।
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रुतुराज गायकवाड़ ने सामरिक बदलाव की व्याख्या की
मैच के बाद जब पत्रकारों ने सवाल पूछे तो CSK के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने कॉनवे को रिटायर्ड आउट करने के फैसले पर सफाई दी। उन्होंने बताया कि ये फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि टीम को लग रहा था कि कॉनवे की बल्लेबाज़ी में पहले जैसी लय नहीं रही। गायकवाड़ ने कहा, “हमारे बल्लेबाजी में कई पॉजिटिव चीजें थीं। हम सिर्फ दो-तीन बड़े शॉट्स से मैच से दूर थे। डेवोन टाइमिंग पर खेलते हैं और टॉप ऑर्डर में काफी अहम हैं, लेकिन जडेजा की भूमिका अलग है।”
गायकवाड़ ने आगे कहा, “हमें लग रहा था कि कॉनवे थोड़ा संघर्ष कर रहे हैं। हमने इंतजार किया और जब लगा कि अब बदलाव ज़रूरी है, तो हमने फैसला लिया।” उनका यह जवाब टीम के मैदान पर हालात के हिसाब से फैसले लेने और लचीलापन दिखाने की सोच को दर्शाता है।
इस हार के साथ CSK को सीज़न में लगातार चौथी बार हार का सामना करना पड़ा और वे सिर्फ दो अंकों के साथ अंक तालिका में नौवें नंबर पर पहुँच गए। कॉनवे जैसे सेट बल्लेबाज़ को रिटायर करना एक साहसिक लेकिन जोखिम भरा फैसला था, जो दिखाता है कि टीम दबाव में कुछ अलग करने की कोशिश कर रही थी। हालांकि इस बार ये रणनीति काम नहीं आई, लेकिन इससे यह जरूर साफ होता है कि टीम मुश्किल हालात में भी नए फैसले लेने के लिए तैयार है।
वहीं दूसरी ओर, PBKS ने इस जीत के साथ चार में से तीसरी जीत दर्ज की और अंक तालिका में टॉप चार में जगह बना ली। CSK के खिलाफ अपने पिछले आठ मैचों में से छह जीतने के बाद, PBKS ने एक मजबूत टीम के तौर पर अपनी पहचान और पक्की कर ली है। खास बात यह रही कि इस जीत से उन्होंने मुल्लनपुर में अपने पांच मैचों की हार की लकीर भी तोड़ दी।