महिला वनडे त्रिकोणीय सीरीज के पहले मैच में भारत ने श्रीलंका को नौ विकेट से हराकर शानदार शुरुआत की। इस जीत से न सिर्फ टीम का आत्मविश्वास बढ़ा, बल्कि कई भारतीय खिलाड़ियों को आईसीसी महिला वनडे रैंकिंग में भी फायदा मिला। इस प्रदर्शन की सबसे बड़ी हीरो बनीं 24 साल की सलामी बल्लेबाज प्रतीका रावल, जिन्होंने अपनी शानदार फॉर्म से सभी का ध्यान खींचा।
प्रतीका ने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 50 रन बनाए और फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 78 रनों की शानदार पारी खेली। उनकी लगातार पांच वनडे अर्धशतकों की शानदार लय ने उन्हें दुनिया की टॉप 50 महिला बल्लेबाजों में शामिल कर दिया है। इतना ही नहीं, उन्होंने सबसे तेज 500 वनडे रन बनाने वाली भारतीय महिला खिलाड़ी बनने का रिकॉर्ड भी बना लिया है।
एक और युवा खिलाड़ी, हरलीन देओल ने भी अपनी नाबाद 48 रनों की पारी से भारत को आसान जीत दिलाई। इस प्रदर्शन के बाद वह वनडे रैंकिंग में 49वें स्थान पर पहुंच गईं, जो अब तक की उनकी सबसे अच्छी रैंकिंग है।
प्रतीका रावल का तेजी से उदय और रिकॉर्ड तोड़ लय
किसी खिलाड़ी को बेहतरीन फॉर्म में खेलते देखना एक खास अनुभव होता है और प्रतीका इसका उदाहरण हैं। चल रही त्रिकोणीय सीरीज में उनका प्रदर्शन न केवल शानदार रहा है, बल्कि ऐतिहासिक भी है। रावल ने सबसे कम समय में 500 वनडे रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया है, जो किसी भी भारतीय महिला खिलाड़ी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने अपनी आक्रामकता और शान से भारत के शीर्ष क्रम में अपनी जगह पक्की कर ली है।
उनकी निरंतरता को क्रिकेट जगत ने भी पहचाना है और ICC वनडे रैंकिंग में वह 47वें स्थान पर पहुंच चुकी हैं। यह उनकी शानदार फॉर्म और भविष्य में और सफलता की संभावना को दर्शाता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जैसे चुनौतीपूर्ण माहौल में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना किसी युवा खिलाड़ी के लिए आसान नहीं होता। रावल अब सिर्फ एक विश्वसनीय बल्लेबाज नहीं रह गई हैं, बल्कि वह भारत की बल्लेबाजी की मजबूत नींव बन रही हैं। हर पारी के साथ वह भारत की भविष्य की प्रमुख खिलाड़ियों में से एक बनने के लिए कदम बढ़ा रही हैं।
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भारत के उभरते सितारे और वैश्विक बदलाव
प्रतीका का सितारा तो चमक रहा है, लेकिन वह अकेली नहीं हैं। हरलीन का स्थिर प्रदर्शन भारत के मध्य क्रम में नई परिपक्वता को दिखाता है। रैंकिंग में उनका 49वें स्थान पर पहुंचना यह साबित करता है कि वह अपनी काबिलियत साबित कर रही हैं और टीम में अपना योगदान दे रही हैं।
गेंदबाजी में, स्नेह राणा की 18 महीने बाद वापसी ने टीम पर अच्छा असर डाला। उन्होंने तीन विकेट लेकर श्रीलंका के मध्य क्रम को तोड़ा और 57वें स्थान पर अपनी रैंकिंग में फिर से जगह बनाई, जो उनके स्पिन विभाग में अहम योगदान को दिखाता है।
इस बीच, श्रीलंका की हसीनी परेरा और इनोका राणावीरा ने शानदार प्रदर्शन किया और अपनी रैंकिंग में सुधार किया। इंग्लैंड की सोफी एक्लेस्टोन अभी भी शीर्ष रैंकिंग वाली वनडे गेंदबाज हैं, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदगी ने यह संकेत दिया है कि विश्व क्रिकेट में बदलाव आ रहा है। त्रिकोणीय सीरीज अब सिर्फ एक तैयारी टूर्नामेंट नहीं रही; यह भारत की नई पीढ़ी के लिए दुनिया को अपनी क्षमता दिखाने का एक बेहतरीन मौका बन गई है।