क्रिकेट जगत में एक ऐसा भावुक पल आया जिसने सभी का दिल छू लिया। जब विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, तो भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने इंस्टाग्राम पर उन्हें खास ट्रिब्यूट दिया। यह सिर्फ़ एक साधारण बधाई नहीं थी, बल्कि दो महान क्रिकेटरों के बीच आपसी सम्मान और भावनाओं का प्रतीक था।
कोहली के टेस्ट क्रिकेट छोड़ने के बाद, तेंदुलकर की बातें फैंस को उनकी विरासत की याद दिला गईं। कोहली ने सिर्फ़ रिकॉर्ड ही नहीं बनाए, बल्कि उन्होंने अपने सीनियर खिलाड़ियों और साथियों के प्रति जो सम्मान और प्यार दिखाया, वही असली क्रिकेट की खूबसूरती है। यह खेल सिर्फ़ मैदान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह रिश्तों, मूल्यों और पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाली परंपरा का नाम है।
सचिन तेंदुलकर ने विराट कोहली के रिटायरमेंट पर दी प्रतिक्रिया
जब कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया, तो सचिन को अपने आखिरी टेस्ट मैच की एक खास और भावुक याद फिर से ताज़ा हो गई। तेंदुलकर ने बताया कि 12 साल पहले, जब उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट खेला था, तब कोहली ने उन्हें एक पवित्र धागा भेंट किया था। यह धागा कोहली के दिवंगत पिता का था। यह इशारा तेंदुलकर के दिल को छू गया। हालांकि तेंदुलकर को लगा कि इसे स्वीकार करना बहुत निजी बात है, लेकिन इस भावना ने उनके दिल पर गहरी छाप छोड़ी।
तेंदुलकर ने इंस्टाग्राम पर लिखा, “जब तुम टेस्ट से संन्यास ले रहे हो, तो मुझे याद आ रहा है कि 12 साल पहले तुमने अपने पिता की ओर से मुझे वह पवित्र धागा देने की पेशकश की थी। यह मेरे लिए बहुत निजी था, इसलिए मैंने इसे नहीं लिया, लेकिन तुम्हारी भावना ने मुझे बहुत प्रभावित किया और वह पल आज भी मेरे साथ है। मेरे पास तुम्हें देने के लिए ऐसा कोई धागा तो नहीं है, लेकिन मेरी सच्ची शुभकामनाएं और गहरी सराहना हमेशा तुम्हारे साथ है।”
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तेंदुलकर ने यह भी कहा कि कोहली की असली विरासत सिर्फ़ उनके बनाए गए रनों में नहीं है, बल्कि उस प्रेरणा में है जो उन्होंने लाखों युवा क्रिकेटरों को दी है। उन्होंने माना कि कोहली ने भारतीय क्रिकेट पर बहुत गहरा असर डाला है, जो केवल आंकड़ों से नहीं मापा जा सकता। उनके समर्पण और जुनून ने क्रिकेट के प्रति एक नई पीढ़ी में जोश भर दिया है।
अंत में, तेंदुलकर ने कोहली को उनके शानदार टेस्ट करियर के लिए बधाई दी और लिखा, “विराट, तुम्हारी असली विरासत है अनगिनत युवाओं को क्रिकेट से जोड़ना। तुम्हारा टेस्ट करियर बेहद खास रहा है। तुमने सिर्फ़ रन नहीं बनाए, बल्कि भारत को ऐसे प्रशंसक और खिलाड़ी दिए जो क्रिकेट के लिए जीते हैं। इस यादगार सफर के लिए दिल से बधाई!”
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क्रिकेट से परे भी इन दो दिग्गज बल्लेबाजों के बीच खास रिश्ता
तेंदुलकर और कोहली के बीच गहरा सम्मान और प्यार भरा रिश्ता है, जो क्रिकेट के लिए उनके एक जैसे जुनून पर टिका हुआ है। कोहली कई बार कह चुके हैं कि तेंदुलकर उनके आदर्श रहे हैं। मास्टर ब्लास्टर की बल्लेबाज़ी की शैली और उनकी कामयाबी ने कोहली की क्रिकेट यात्रा को दिशा दी।
बीते कुछ सालों में, उनका रिश्ता एक प्रशंसक और आदर्श से आगे बढ़कर साथी खिलाड़ियों जैसा बन गया है। कोहली ने जहां अपनी पहचान और विरासत बनाई है, वहीं वे अब भी तेंदुलकर से प्रेरणा लेते हैं। उनका यह जुड़ाव सिर्फ़ क्रिकेट तक सीमित नहीं है – यह एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक प्रेरणा और जिम्मेदारी सौंपने का प्रतीक है। अब कोहली वही भूमिका निभा रहे हैं जो कभी तेंदुलकर ने उनके लिए निभाई थी – नई पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रेरित करने की।