विराट कोहली का क्रिकेट में महानता की ओर सफर अभी खत्म नहीं हुआ है। 2024 टी20 वर्ल्ड कप में भारत की जीत के बाद उन्होंने टी20 क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया है। अब उनके पास खेलने के लिए सिर्फ़ एक अंतरराष्ट्रीय फॉर्मेट बचा है – वनडे।
अब सभी के मन में एक बड़ा सवाल है – क्या कोहली अब भी सचिन तेंदुलकर के 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं? फिलहाल कोहली के नाम 82 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं – वनडे में 51, टेस्ट में 30 और टी20 में 1। यानी तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिए उन्हें अभी 18 और शतक बनाने होंगे। लेकिन चूंकि अब वह सिर्फ़ वनडे खेल रहे हैं, इसलिए यह सफर अब थोड़ा मुश्किल और सीमित हो गया है।
विराट कोहली 100 शतक कैसे बना सकते हैं?
जैसा कि पहले बताया गया, कोहली के नाम फिलहाल 82 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं। लेकिन आज की स्थिति में, जहां वनडे मैच कम खेले जाते हैं, उनके लिए सचिन तेंदुलकर के 100 शतक के रिकॉर्ड तक पहुंचना और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है। टी20 लीग बढ़ रही हैं और टेस्ट मैचों का शेड्यूल भी व्यस्त है, जिससे द्विपक्षीय वनडे सीरीज़ अब कम होती जा रही हैं। इसका मतलब है कि कोहली को अब कम मौके मिलेंगे, और हर एक पारी उनके लिए बेहद अहम हो गई है।
1. वनडे फॉर्मेट कोहली के लिए सबसे अनुकूल है
कोहली ने हमेशा 50 ओवर के मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है। उनका औसत 57.88 से ज़्यादा है, जो उन्हें अब तक के सबसे बेहतरीन वनडे बल्लेबाज़ों में शामिल करता है। 36 साल की उम्र में भी कोहली की रन बनाने की क्षमता, स्ट्राइक रोटेट करने और मैच खत्म करने की ताकत बाकी खिलाड़ियों से अलग है। सिर्फ 2023 में ही उन्होंने 6 वनडे शतक लगाए, जिनमें से 3 वर्ल्ड कप में थे – इससे साफ है कि उनका जज़्बा अभी भी बरकरार है। अगर वे इसी रफ्तार से रन बनाते रहें, तो अगले 3-4 साल में 15-18 शतक और लगा सकते हैं – बशर्ते वे लगातार खेलते रहें।
2. 2027 वर्ल्ड कप तक खेलना
अगर कोहली 2027 के वनडे वर्ल्ड कप तक खेलने का फैसला करते हैं, तो उनके पास इस फॉर्मेट में कम से कम 3 साल और होंगे। भारत तब तक लगभग 27 वनडे मैच खेलेगा, और एशिया कप, चैंपियंस ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंट इसे और बढ़ा सकते हैं। अगर कोहली इनमें से 25 मैच खेलते हैं और हर साल 6-8 मैच और खेलते हैं, तो वे संन्यास से पहले करीब 35-40 वनडे मैच खेल सकते हैं। इतने मैचों में 18 शतक नामुमकिन नहीं हैं।
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3. आईसीसी टूर्नामेंट में कोहली का रिकॉर्ड शानदार रहा है
कोहली का बड़ा मंचों पर अच्छा प्रदर्शन करना उन्हें खास बनाता है। 2023 वर्ल्ड कप में उन्होंने 3 शतक लगाए थे। अगर वे इसी तरह ICC टूर्नामेंटों में खेलते रहे, तो वहां भी कुछ और शतक जुड़ सकते हैं। कोहली को बड़े मैचों में खेलने में मज़ा आता है, और ऐसे मैचों में उनका प्रदर्शन हमेशा बेहतर रहता है।
4. फिटनेस और मानसिक ताकत कोहली की सबसे बड़ी ताकत है
दुनिया में बहुत कम खिलाड़ी कोहली जैसी फिटनेस रखते हैं। 36 की उम्र में भी वे कई 28 साल के खिलाड़ियों से ज़्यादा फिट हैं, और यही वजह है कि वे कुछ और साल टॉप लेवल पर खेल सकते हैं। मानसिक रूप से भी वे मजबूत हैं और कई बार उन्होंने यह साबित किया है कि वे मुश्किल दौर से उबर कर वापस आ सकते हैं।