दिल्ली कैपिटल्स पर 59 रनों की बड़ी जीत के बाद मुंबई इंडियंस ने न केवल अपनी आईपीएल 2025 की खिताबी उम्मीदों को कायम रखा है, बल्कि प्लेऑफ में अपनी जगह भी पक्की कर ली है। 13 मैचों में 16 अंकों के साथ, पांच बार की चैंपियन टीम अब पॉइंट्स टेबल में टॉप-2 में पहुंचने के करीब है। टॉप-2 में रहने वाली टीमों को प्लेऑफ में फाइनल तक पहुंचने का दोहरा मौका मिलता है।
हालांकि, मुंबई के पास अब सिर्फ एक लीग मैच बचा है और गुजरात टाइटन्स, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स जैसी टीमों से कड़ी टक्कर मिल रही है। ऐसे में MI का रास्ता आसान नहीं है और इसमें काफी ‘अगर-मगर’ शामिल हैं। उन्हें अपनी आखिरी जीत के साथ-साथ दूसरी टीमों के नतीजों पर भी नजर रखनी होगी।
आईपीएल 2025 अंक तालिका में शीर्ष 2 में रहने के लिए एमआई को जीतना जरूरी
मुंबई इंडियंस के लिए सबसे जरूरी काम यह है कि वे पंजाब किंग्स के खिलाफ अपना आखिरी लीग मैच जीतें। अगर वे यह मैच जीतते हैं, तो उनके कुल अंक 18 हो जाएंगे। इससे वे फिलहाल 18 अंकों पर मौजूद गुजरात टाइटन्स के बराबर आ जाएंगे और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और पंजाब किंग्स से आगे निकल सकते हैं, जिनके अभी 17-17 अंक हैं और दो-दो मैच बाकी हैं।
लेकिन सिर्फ जीतना ही काफी नहीं होगा। MI का टॉप-2 में पहुंचना अब बाकी टीमों के प्रदर्शन पर भी निर्भर करता है। उन्हें उम्मीद करनी होगी कि GT, RCB और PBKS में से कम से कम दो टीमें अपने बचे दोनों मैच हार जाएं। अगर ऐसा होता है, तो MI ऐसी दो टीमों में से एक बन जाएगी जिनके पास 18 या उससे ज्यादा अंक होंगे। ऐसे में उनका नेट रन रेट (NRR) अच्छा रहने की वजह से वे तालिका में पहले या दूसरे नंबर पर पहुंच सकते हैं। अगर ये तीनों टीमें अपने-अपने दोनों मैच हार जाती हैं, तो MI पॉइंट्स टेबल में सबसे ऊपर भी जा सकती है। लेकिन अगर इनमें से दो टीमें अपने बचे हुए मैचों में सिर्फ एक-एक मैच भी जीत लेती हैं, तो MI की टॉप-2 में पहुंचने की उम्मीदें खत्म हो जाएंगी और उन्हें क्वालीफायर 1 में खेलने का मौका नहीं मिलेगा।
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MI के लिए प्लेऑफ़ की तस्वीर
अब आईपीएल का आखिरी हफ्ता सिर्फ मैच जीतने का नहीं, बल्कि रन रेट, जीत का अंतर और स्कोरबोर्ड पर नज़र बनाए रखने का है। मुंबई इंडियंसके लिए अब हर रन, हर विकेट और हर ओवर प्लेऑफ़ की उम्मीदों को बदल सकता है।
PBKS के खिलाफ मुकाबले के बाद मुंबई का असली खेल शुरू होगा – कैलकुलेटर निकाले जाएंगे, बाकी बचे मैचों पर नज़रें टिक जाएंगी। सिर्फ हार नहीं, बल्कि वे अपने प्रतिद्वंद्वियों की भारी हार की भी उम्मीद करेंगे। मुंबई के लिए नेट रन रेट (NRR) सबसे अहम फैक्टर बन गया है – जो उन्हें टॉप-2 में पहुंचा सकता है या बाहर भी कर सकता है। इसलिए अब सिर्फ जीतना काफी नहीं है, बल्कि उन्हें बड़ी जीत की जरूरत है। वहीं उन्हें यह भी चाहना होगा कि उनके प्रतियोगी टीमें जैसे RCB और GT अपने मैच बड़े अंतर से हारें।
अगर RCB को हल्की हार होती है या GT मैच को नजदीकी मुकाबले तक ले जाती है, तो मुंबई के लिए टॉप-2 की उम्मीदें टूट सकती हैं। ऐसे समय में मुंबई की ‘बड़े मैच’ की रणनीति और अनुभव मैदान के बाहर भी उतना ही मायने रखता है जितना अंदर। अभी मुंबई का NRR +1.292 है, जो GT (+0.795), RCB (+0.482) और PBKS (+0.389) से काफी बेहतर है। इसका मतलब है कि अगर पॉइंट्स बराबर रहते हैं, तो ये आंकड़ा मुंबई को प्लेऑफ रेस में बड़ा फायदा दे सकता है।