क्रिकेट से समय-समय पर ब्रेक लेना खेल की दुनिया में तेजी से एक सकारात्मक और सामान्य चलन बनता जा रहा है, विशेष रूप से उच्च प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों के बीच। अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर की व्यस्तता और लगातार प्रतिस्पर्धा के कारण मानसिक दबाव में वृद्धि हो रही है, जिसके चलते अधिकांश क्रिकेटर अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए खेल से ब्रेक ले रहे हैं। यह रणनीतिक विश्राम न केवल चोट प्रबंधन में मदद करता है, बल्कि खिलाड़ियों की दीर्घायु और प्रदर्शन को भी लंबे समय तक बनाए रखने में सहायक होता है। हाल के वर्षों में ग्लेन मैक्सवेल, बेन स्टोक्स और सारा टेलर जैसे कई प्रमुख क्रिकेटरों ने कार्यभार और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों को संतुलित करने के लिए इस तरह के ब्रेक लिए हैं।
सोफी एक्लेस्टोन ने लिया खेल से ब्रेक
इस जागरूक आत्म-देखभाल की लहर में नवीनतम नाम इंग्लैंड की स्टार महिला क्रिकेटर सोफी एक्लेस्टोन का है। बाएं हाथ की स्पिनर ने अपनी रिकवरी और समग्र भलाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अस्थायी रूप से क्रिकेट से दूरी बनाने का फैसला किया है। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के अनुसार, एक्लेस्टोन फिलहाल एक मामूली क्वाड मांसपेशियों की चोट से उबर रही हैं, जिस कारण वह वेस्टइंडीज के खिलाफ चल रही घरेलू श्रृंखला में हिस्सा नहीं ले रही हैं। हालांकि उन्होंने ब्रेक लिया है, फिर भी वह इंग्लैंड की भविष्य की योजनाओं में शामिल बनी हुई हैं और इस महीने के अंत में भारत के खिलाफ होने वाली श्रृंखला के लिए चयन के लिए उपलब्ध रहेंगी। यह निर्णय ऐसे समय आया है जब वह शारीरिक असुविधाओं के बावजूद शानदार प्रदर्शन कर रही थीं—उन्होंने हाल ही में आठ मैचों में 14 विकेट लिए, जिनमें टी20 महिला काउंटी कप के फाइनल में लिए गए चार महत्वपूर्ण विकेट भी शामिल हैं।
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इंग्लैंड बनाम भारत श्रृंखला पर टिकी हैं फैंस की निगाहें
गौरतलब है कि इंग्लैंड का घरेलू सीज़न अब भारत के खिलाफ बहुप्रतीक्षित सफेद गेंद की श्रृंखला की ओर अग्रसर है, जिसकी शुरुआत 28 जून को नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज में पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले से होगी। इसके बाद 16 जुलाई से साउथैम्प्टन में तीन मैचों की वनडे श्रृंखला खेली जाएगी। यदि एक्लेस्टोन अपने रिकवरी पीरियड के बाद फिट और तैयार महसूस करती हैं, तो उनके टीम में शामिल होने की पूरी उम्मीद है। उनकी वापसी इंग्लैंड के गेंदबाजी आक्रमण को एक बड़ा बढ़ावा दे सकती है—विशेष रूप से भारत जैसी मज़बूत बल्लेबाजी लाइनअप के खिलाफ।