जैसे ही क्रिकेट जगत लॉर्ड्स में होने वाले आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल 2025 के लिए तैयार हो रहा है, ऑस्ट्रेलिया एक दिलचस्प लेकिन मुश्किल स्थिति में है। उसे इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सिर्फ एक फाइनल मैच के लिए अपनी तेज गेंदबाजी लाइनअप का सही चुनाव करना है, जो आसान फैसला नहीं होगा।
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ऑस्ट्रेलिया की टीम इस समय तय कर रही है कि पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क के साथ तीसरे तेज गेंदबाज़ के रूप में किसे चुना जाए। कमिंस अपनी आक्रामक गेंदबाज़ी से टीम की अगुआई करेंगे, वहीं स्टार्क अपनी बाएं हाथ की रफ्तार और विविधता से योगदान देंगे। असली चुनौती है जोश हेज़लवुड या स्कॉट बोलैंड में से किसी एक को चुनना।
हेजलवुड एक अनुभवी गेंदबाज़ हैं, जो पारंपरिक टेस्ट शैली और इंग्लैंड की परिस्थितियों में अच्छे रिकॉर्ड के लिए जाने जाते हैं। वहीं, बोलैंड ने हाल के वर्षों में शानदार प्रदर्शन किया है खासकर 2023 के डब्ल्यूटीसी फाइनल और एशेज सीरीज़ में। लॉर्ड्स की पिच पर सीम मूवमेंट और सटीक गेंदबाज़ी मददगार हो सकती है, ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को अब यह तय करना होगा कि वह अनुभव को प्राथमिकता दे या हालिया फॉर्म को।
जोश हेज़लवुड अपने साथ इंग्लैंड में भरपूर अनुभव और मजबूत रिकॉर्ड लेकर आए हैं
जोश हेज़लवुड पिछले लगभग 10 सालों से ऑस्ट्रेलिया की तेज़ गेंदबाज़ी की रीढ़ बने हुए हैं। उन्होंने अब तक 72 टेस्ट मैचों में 24.57 की शानदार औसत से 279 विकेट लिए हैं। इंग्लैंड की परिस्थितियों में उनका नियंत्रण, अनुशासन और सीम बॉलिंग की खासियत टीम के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।
हेज़लवुड की गेंदबाज़ी में सीधी सीम पोजिशन और लगातार एक ही लाइन-लेंथ पर गेंद डालने की खास कला है, जो स्विंग और सीम मूवमेंट के अनुकूल माहौल में असरदार होती है। खास बात यह है कि लॉर्ड्स के मैदान पर उनका रिकॉर्ड भी बेहतरीन रहा है — तीन टेस्ट में उन्होंने 13 विकेट 26.15 की औसत से लिए हैं।
इंग्लैंड में कुल 13 टेस्ट खेलकर उन्होंने 26.07 की औसत से 52 विकेट लिए हैं, जो दिखाता है कि वह ड्यूक बॉल से भी माहिर हैं। हालांकि उन्हें हाल के वर्षों में चोटों का सामना करना पड़ा है, लेकिन उनकी क्लास और बड़े मैचों में निरंतरता जैसे 2019 एशेज में शानदार प्रदर्शन। उन्हें फिर से अंतिम एकादश में जगह दिलाने का मजबूत दावेदार बनाती है। अगर ऑस्ट्रेलिया अनुभव और भरोसेमंद विकल्प की ओर जाता है, तो हेज़लवुड सबसे सुरक्षित और स्थापित विकल्प होंगे।
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हेज़लवुड टेस्ट आँकड़े | कुल मिलाकर | इंग्लैंड में | लॉर्ड्स में |
---|---|---|---|
खेले गए मैच | 72 | 13 | 3 |
लिए गए विकेट | 279 | 52 | 13 |
गेंदबाजी औसत | 24.57 | 26.07 | 26.15 |
पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी | 6/67 | 5/30 | 5/30 |
5 विकेट हॉल | 12 | 2 | 1 |
स्ट्राइक रेट | 53 | 59 | 60.9 |
स्कॉट बोलैंड अविश्वसनीय फॉर्म, नियंत्रण और स्ट्राइक पावर प्रदान करता है
स्कॉट बोलैंड ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में देर से चमकने वाले खिलाड़ियों की कहानियों को नई पहचान दी है। 2021 में टेस्ट क्रिकेट में कदम रखने के बाद से उन्होंने सिर्फ 13 मैचों में 17.66 की औसत और 38 की स्ट्राइक रेट से 56 विकेट लिए हैं।
2023 के डब्ल्यूटीसी फाइनल में द ओवल पर जब उन्होंने शुभमन गिल और विराट कोहली जैसे बड़े बल्लेबाज़ों को आउट किया, तो उन्होंने दिखा दिया कि वह बड़े मौकों के खिलाड़ी हैं। उनकी सबसे बड़ी ताकत है – ऑफ स्टंप के बाहर लगातार एक जैसी गेंदबाजी और हल्की मूवमेंट निकालने की कला, जिससे वह बार-बार विकेट चटकाते हैं।
लेकिन इंग्लैंड में उनका प्रदर्शन उतना खास नहीं रहा है। वहां खेले गए 3 टेस्ट मैचों में उन्होंने 48.00 की औसत और 71.1 की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 7 विकेट लिए हैं, जो उनके बाकी आंकड़ों से कमजोर है। खासकर लॉर्ड्स के मैदान पर उन्हें अभी तक कोई मौका नहीं मिला है – 2023 की एशेज सीरीज में भी वह इस मैदान पर नहीं खेले थे। हालांकि, उनका ताज़ा फॉर्म और दबाव वाले मैचों में शानदार प्रदर्शन उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाता है, लेकिन इंग्लैंड की परिस्थितियों में कामयाबी की कमी उनके शानदार करियर में एक कमी जरूर दिखाती है।
बोलैंड टेस्ट आँकड़े | कुल मिलाकर | इंग्लैंड में | डब्ल्यूटीसी फाइनल 2023 |
---|---|---|---|
खेले गए मैच | 13 | 3 | 1 |
लिए गए विकेट | 56 | 7 | 5 |
गेंदबाजी औसत | 17.66 | 48.00 | 13.50 (लगभग) |
पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी | 6/7 | 3/46 | 3/46 |
स्ट्राइक रेट | 38 | 71.1 | 31.2 |
अर्थव्यवस्था दर | 2.77 | 4.04 | 2.5 (लगभग) |
5 विकेट हॉल | 1 | 0 | 0 |
आमने-सामने की तुलना
दोनों गेंदबाजों की तुलना करने पर, अंतर और भी स्पष्ट हो जाता है। हेज़लवुड का टेस्ट करियर लंबा और सफल रहा है, जिसमें इंग्लैंड में, खास तौर पर लॉर्ड्स में सफलता मिली है। उनके 12 बार पांच विकेट लेने और एशेज में लगातार अच्छा प्रदर्शन उन्हें अनुभव का एक स्तंभ बनाता है। इस बीच, बोलैंड का औसत और स्ट्राइक रेट बहुत बेहतर है, लेकिन सैंपल साइज छोटा है। उन्होंने लॉर्ड्स में नहीं खेला है और इंग्लैंड में उनके टेस्ट मैच कम प्रभावशाली रहे हैं। लेकिन चयनकर्ता WTC फाइनल और घरेलू एशेज जैसे बड़े मौकों पर उनके प्रदर्शन की क्षमता को नजरअंदाज नहीं कर सकते। दोनों गेंदबाजों का इकॉनमी रेट 2.77 के बराबर है, जो यह दर्शाता है कि दोनों ही बेहतरीन गेंदबाज हैं। वास्तविक अंतर अनुभव बनाम हाल के दिनों में है – हेज़लवुड अनुभवी खिलाड़ी हैं, बोलैंड फॉर्म में चल रहे गेंदबाज हैं।
मीट्रिक | जोश हेज़लवुड | स्कॉट बोलैंड |
---|---|---|
लिए गए विकेट | 279 | 56 |
गेंदबाजी औसत | 24.57 | 17.66 |
स्ट्राइक रेट | 53 | 38 |
अर्थव्यवस्था दर | 2.77 | 2.77 |
5 विकेट हॉल | 12 | 1 |
इंग्लैंड में टेस्ट | 13 (52 विकेट) | 3 (7 विकेट) |
इंग्लैंड में औसत | 26.07 | 48.00 |
लॉर्ड्स में अनुभव | 3 टेस्ट (13 विकेट) | 0 टेस्ट |
डब्ल्यूटीसी फाइनल 2023 | नहीं खेला | अच्छा खेला, अच्छी गेंदबाजी की |