करीब आठ साल बाद टेस्ट टीम में लौटे करुण नायर की वापसी एक सच्ची मिसाल है मेहनत, सब्र और खुद पर भरोसे की। इंग्लैंड सीरीज के लिए उनका चुना जाना दिखाता है कि घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वालों को मौका ज़रूर मिलता है। इस वक्त भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है। रोहित शर्मा, विराट कोहली और रविचंद्रन अश्विन जैसे सीनियर खिलाड़ी टीम में नहीं हैं, ऐसे में नए चेहरों को मौका दिया जा रहा है। करुण नायर की वापसी उसी दिशा में एक बड़ा कदम है। उनकी वापसी को और भी खास बना दिया उनके करीबी दोस्त और कर्नाटक टीम के साथी केएल राहुल का भावुक संदेश। अब दोनों एक बार फिर टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम में साथ दिखेंगे।
करुण नायर का साहस और गौरव से भरा सफर
नायर का टीम इंडिया में वापसी का सफर आसान नहीं रहा। 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में तिहरा शतक जड़ने के बाद ऐसा लगा था कि वह भारतीय क्रिकेट के अगले सुपरस्टार बनेंगे। लेकिन किस्मत ने करवट ली और मार्च 2017 के बाद उन्होंने एक भी टेस्ट नहीं खेला। इसके बावजूद नायर ने हार नहीं मानी। गुमनामी में खोने की बजाय उन्होंने घरेलू क्रिकेट और इंग्लिश काउंटी में खुद को फिर से साबित करने की ठान ली। रणजी ट्रॉफी 2024-25 में उनका प्रदर्शन शानदार रहा। करीब 54 की औसत से 863 रन, चार शतक और फाइनल में 135 रनों की दमदार पारी के साथ अपनी टीम को खिताब जिताया।
सिर्फ रेड बॉल ही नहीं, बल्कि व्हाइट बॉल क्रिकेट में भी नायर का जलवा रहा। विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने 389.50 की औसत और 124 से ज्यादा स्ट्राइक रेट से 779 रन बनाए और चार्ट में टॉप पर रहे। साथ ही, इंग्लैंड में नॉर्थम्पटनशायर की ओर से खेलते हुए 10 मैचों में 56.61 की औसत से 736 रन बनाए, जिसमें एक दोहरा शतक भी शामिल था। इन आंकड़ों ने साबित कर दिया कि नायर में अब भी दम है और वो हर मौके का पूरा फायदा उठाने के लिए तैयार हैं।
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केएल राहुल ने नायर की वापसी पर उन्हें दिया ट्रिब्यूट
नायर की वापसी की सबसे भावुक बात यह है कि उनके पुराने दोस्त और कर्नाटक टीम के साथी केएल राहुल ने हमेशा उनका साथ दिया और उनकी तारीफ की। बीसीसीआई से बातचीत में राहुल ने बताया कि कैसे नायर ने यूके में अकेले क्रिकेट खेलते हुए मुश्किल समय झेला, खुद से लड़ाई लड़ी और फिर भी हार नहीं मानी।
राहुल ने कहा, “मैं उन्हें बहुत सालों से जानता हूं। यूके में बिताए वो महीने उनके लिए बहुत कठिन और अकेले रहे। वहां रहकर क्रिकेट खेलना, खुद पर भरोसा बनाए रखना और फिर वापसी करना , ये बहुत खास है। न सिर्फ उनके लिए, बल्कि उनके परिवार और हम दोस्तों के लिए भी, जो उनकी पूरी यात्रा के गवाह रहे हैं। यह वाकई प्रेरणादायक है। मुझे उम्मीद है कि काउंटी क्रिकेट का अनुभव उन्हें यहां टेस्ट में खेलने में बहुत मदद करेगा।”
राहुल की ये बातें एक सच्चे दोस्त की तरह दिल से निकलीं जो नायर की ऊँचाइयाँ, जैसे तिहरा शतक, और गिरावट, जैसे टीम से बाहर होना, सबकुछ देख चुके हैं। कर्नाटक में शुरू हुई इन दोनों की दोस्ती इंग्लैंड के मैदानों पर और मजबूत हुई और अब टेस्ट क्रिकेट के बड़े मंच पर एक नई कहानी लिख रही है। जैसे-जैसे भारत इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज की तैयारी कर रहा है, नायर की वापसी सिर्फ एक खिलाड़ी की वापसी नहीं है, बल्कि यह उम्मीद, संघर्ष और भारतीय क्रिकेट की जिद और जज़्बे की मिसाल है।
A comeback story with Karun Nair 🔝
P.S. – A special message from KL Rahul 👌#TeamIndia | #ENGvIND | @karun126 | @klrahul pic.twitter.com/PeYCsNtnxv
— BCCI (@BCCI) June 12, 2025