• डब्ल्यूटीसी 2025 फाइनल के दो दिनों में 28 विकेट गिरने के बाद आकाश चोपड़ा ने लॉर्ड्स की पिच पर चुटकी ली।

  • यह शिखर मुकाबला एक नाटकीय मुकाबला बन गया है, जिसमें गेंदबाजों का दबदबा है और ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका पर मामूली बढ़त बना रखी है।

“जब यह इंग्लैंड में होता है…”: आकाश चोपड़ा ने डब्ल्यूटीसी 2025 फाइनल के दो दिनों में 28 विकेट गिरने के बाद लॉर्ड्स की पिच पर कसा तंज
WTC 2025 फाइनल के दो दिनों में 28 विकेट गिरने के बाद आकाश चोपड़ा ने लॉर्ड्स की पिच पर कटाक्ष किया (फोटो: एक्स)

लॉर्ड्स में हो रहा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 (WTC) का फाइनल सिर्फ ज़ोरदार क्रिकेट एक्शन की वजह से नहीं, बल्कि पिच की हालत को लेकर भी चर्चा में है। पहले दो ही दिनों में कुल 28 विकेट गिर चुके हैं। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 212 पर सिमट गई, दक्षिण अफ्रीका सिर्फ 138 रन बना सकी और दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया 144 रन पर 8 विकेट गंवा चुकी है। ऐसे में क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है।

भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ आकाश चोपड़ा ने इस मौके पर पिच की स्थिति को लेकर उठ रही बातों में दोहरे रवैये को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि जब ऐसी पिचें भारत में होती हैं, तो उन पर सवाल खड़े किए जाते हैं, लेकिन जब यही हालात विदेशों में होते हैं, तो उसे चुनौतीपूर्ण क्रिकेट कहकर सराहा जाता है।

WTC 2025 फाइनल के दो दिनों में 28 विकेट गिरने के बाद आकाश चोपड़ा ने लॉर्ड्स की पिच पर सवाल उठाए

चोपड़ा की बात उस लंबे समय से चली आ रही बहस के केंद्र में है जिसमें भारत और इंग्लैंड की मुश्किल पिचों पर दुनिया भर के मीडिया की अलग-अलग राय देखने को मिलती है। चोपड़ा ने साफ कहा कि अगर भारत में दो दिनों में 28 विकेट गिरते, तो मीडिया में हंगामा मच जाता। उस पर “पिच से छेड़छाड़” और “टेस्ट क्रिकेट को बर्बाद करने” जैसे आरोप लगते।

भारत में जब पिच पर गेंद टर्न और बाउंस करती है, जिससे बल्लेबाज़ों को खेलने में दिक्कत होती है, तो उसे टेस्ट क्रिकेट के लिए “अनुचित” बताया जाता है। लेकिन जब वैसा ही हाल लॉर्ड्स जैसे मैदान पर होता है, तो बात का रुख बदल जाता है। तब पिच को “खेल के अनुकूल” कहा जाता है और चर्चा बल्लेबाज़ों की तकनीकी खामियों या गेंदबाज़ों की शानदार सीम बॉलिंग पर होने लगती है।

चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “आपने टेलीग्राफ से लेकर सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड तक की सुर्खियाँ देखी होंगी और सोचा होगा कि हमने क्या कर दिया। लेकिन जब ऐसा इंग्लैंड में होता है, तो पिच को खेल के लिए अच्छी कहा जाता है। कहा जाता है कि बल्लेबाज़ों की रक्षात्मक तकनीक कमजोर हो गई है, जबकि गेंद तो उतनी घूम भी नहीं रही। अगर यही तर्क है, तो फिर वही बात भारत की पिचों पर भी लागू होनी चाहिए।” चोपड़ा की ये बातें क्रिकेट में चल रही सोच और रिपोर्टिंग में मौजूद दोहरे मापदंडों को खुलकर सामने लाती हैं।

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WTC 2025 गदा ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच अधर में लटकी

मैच में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिले। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में कम स्कोर करने के बाद भी दूसरे दिन के अंत तक 218 रनों की बढ़त बना ली। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने हिम्मत नहीं हारी और अच्छी गेंदबाजी की। इस मुकाबले में तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा। स्टीव स्मिथ और ब्यू वेबस्टर ने ही कुछ खास रन बनाए, जब बाकी बल्लेबाज जल्दी-जल्दी आउट होते गए। कैगिसो रबाडा और पैट कमिंस ने पिच की अनजान उछाल और गेंद की हरकत का अच्छा फायदा उठाया और अपनी-अपनी टीमों को आगे बढ़ाया।

चोपड़ा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया का लॉर्ड्स में 200 से ज्यादा रन का लक्ष्य बचाने का अच्छा रिकॉर्ड है। उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया ने लॉर्ड्स में कभी 200 से ऊपर के लक्ष्य को आखिरी पारी में हार नहीं किया है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि भविष्य में भी ऐसा होगा।” चोपड़ा ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका अभी भी मैच में बड़ा बदलाव ला सकता है।

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श्रेणी:: आकाश चोपड़ा टेस्ट मैच फीचर्ड विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप

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