क्रिकेट की दुनिया में एक दौर खत्म होने जा रहा है, क्योंकि श्रीलंका के दिग्गज खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज बांग्लादेश के खिलाफ गॉल में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे हैं। उन्होंने अपने देश के लिए 118 टेस्ट मैच खेले हैं और अब 119वां टेस्ट खेलते हुए अपने शानदार करियर को अलविदा कह रहे हैं। मैथ्यूज को श्रीलंका के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में गिना जाता है। दुनियाभर से उन्हें शुभकामनाएं और सम्मान मिल रहे हैं, लेकिन इन सभी संदेशों में एक खास संदेश सबसे अलग है। भारत के दिग्गज बल्लेबाज़ रोहित शर्मा का, जिन्होंने अपने पुराने दोस्त और लंबे समय से मैदान पर साथ खेलने वाले प्रतिद्वंद्वी के लिए भावुक शब्द कहे।
रोहित शर्मा का एंजेलो मैथ्यूज के लिए भावनात्मक संदेश
भारत के पूर्व कप्तान रोहित, जिन्होंने एक महीने पहले ही टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया था, ने मैथ्यूज के आखिरी टेस्ट से पहले उनके लिए एक भावुक संदेश साझा किया। रोहित और मैथ्यूज का सफर अंडर-19 क्रिकेट से शुरू हुआ था, जहां दोनों ने अपनी प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया था।
सालों में कई बार दोनों के बीच मैदान पर मुकाबले हुए, जिससे एक खास रिश्ता बना जिसमें गहरी प्रतिस्पर्धा और एक-दूसरे के प्रति सम्मान शामिल रहा।
रोहित ने लिखा, “हे एंजी, आपके शानदार करियर के लिए बधाई। अंडर-19 के दिनों से लेकर अब तक हमने कई बेहतरीन मुकाबले खेले हैं। आपने अपने देश के लिए हमेशा पूरी निष्ठा से खेला और मुझे पूरा भरोसा है कि श्रीलंका में हर कोई आपके योगदान की सराहना करता है।” रोहित का यह संदेश उनके और मैथ्यूज के बीच की दोस्ती और आपसी सम्मान को साफ दिखाता है। जहां रोहित को टेस्ट क्रिकेट से विदाई का खास मैच नहीं मिला और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी आखिरी सीरीज़ में खुद को टीम से हटा लिया, वहीं मैथ्यूज को गॉल में अपने आखिरी टेस्ट खेलने का पूरा मौका मिला। यह दिखाता है कि श्रीलंकाई क्रिकेट में मैथ्यूज की कितनी अहमियत है और उनकी विरासत कितनी मजबूत है।
वीडियो यहां देखें:
Rohit Sharma's heartfelt message to Angelo Mathews on his retirement.🤍 pic.twitter.com/1zykzOVVuq
— 𝐑𝐮𝐬𝐡𝐢𝐢𝐢⁴⁵ (@rushiii_12) June 17, 2025
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मैथ्यूज का अंतिम स्टैंड: गौरवशाली करियर
मैथ्यूज का टेस्ट करियर धैर्य, शांति और मजबूती की मिसाल रहा है। उन्होंने 8,000 से ज़्यादा रन बनाए हैं, जिसमें 16 शतक और 45 अर्धशतक शामिल हैं। पिछले एक दशक से भी ज़्यादा समय तक वो श्रीलंका की बल्लेबाज़ी के सबसे मजबूत आधार रहे हैं।
118 टेस्ट मैचों में मैथ्यूज ने 8167 रन बनाए और साथ ही 33 विकेट भी लिए, जो दिखाता है कि वो एक सच्चे ऑलराउंडर थे। उनके नेतृत्व में श्रीलंका ने कई मुश्किल दौरों से बाहर निकलने का रास्ता पाया।
अपने आखिरी टेस्ट मैच के दौरान भी मैथ्यूज का ध्यान शांत और मजबूत तरीके से मैच खत्म करने पर है। उन्होंने कहा: “अगला टी20 विश्व कप छह महीने बाद है, और मैं देखूंगा कि मेरा शरीर क्या कहता है। मेरी कोशिश रहेगी कि मैं उस टूर्नामेंट के बाद व्हाइट-बॉल क्रिकेट से संन्यास लूं। अगर हम एक और वर्ल्ड कप जीत पाएं, तो मैं उसमें अपना योगदान देना चाहूंगा। इसलिए अगले छह महीने मैं अपनी फिटनेस और खेल को बेहतर करने के लिए पूरी मेहनत करूंगा।” मैथ्यूज भले ही टेस्ट क्रिकेट से विदा ले रहे हों, लेकिन उनका समर्पण और देश के लिए खेलने की इच्छा अब भी उतनी ही मजबूत है।