दक्षिण अफ्रीका की क्रिकेट टीम ने 14 जून 2025 को पहली बार ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। कप्तान तेम्बा बावुमा की शानदार अगुआई में प्रोटियाज ने लंदन के मशहूर लॉर्ड्स मैदान पर ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराया। इस जीत के साथ उन्होंने 27 साल से किसी बड़ी ICC ट्रॉफी का इंतजार खत्म कर दिया।
यह जीत उनके खेल, मेहनत और एकजुटता का नतीजा थी। मैच के बाद जब पूरी टीम ने कप्तान बावुमा के साथ मिलकर ‘बेला सियाओ’ गाना गाया, तो वह पल इंटरनेट पर खूब वायरल हुआ और जीत की खुशी को और भी खास बना गया।
वायरल ‘बेला चियाओ’ गान के साथ तेम्बा बावुमा के लिए एक अनोखा उत्सव
लॉर्ड्स में मैच के बाद दक्षिण अफ्रीकी टीम का जश्न पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया, जब उन्होंने मशहूर इतालवी विरोध गीत ‘बेला चाओ’ से प्रेरित एक जोशीला गाना गाया। यह गाना वेब सीरीज़ ‘मनी हाइस्ट’ से काफी लोकप्रिय हुआ था। प्रोटियाज़ टीम ने इसे अपने कप्तान बावुमा और टीम की खास जीत के सम्मान में एक नया रूप दिया।
टीम बस में खिलाड़ी नाचते-गाते नजर आए, और इस जश्न का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। यह सिर्फ जीत का नहीं, बल्कि मुश्किलों से निकलकर मिली खुशी और टीम के बीच की एकता का भी प्रतीक था। यह गाना सिर्फ मनोरंजन नहीं था, बल्कि टीम की पहचान और गर्व का एहसास था। ‘बेला सियाओ’ से प्रेरित इस गाने ने दिखाया कि कैसे दक्षिण अफ्रीका की टीम ने चोटों, दबाव और मजबूत ऑस्ट्रेलियाई टीम का डटकर सामना करते हुए जीत हासिल की। इस जश्न ने कप्तान बावुमा की अहम भूमिका को भी दिखाया, जो मैदान पर और मैदान के बाहर सभी खिलाड़ियों को प्रेरित करते रहे। यह पल याद दिलाता है कि क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्कि जुनून, हिम्मत और साथ मिलकर आगे बढ़ने की कहानी भी है।
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दक्षिण अफ्रीका की जीत के पीछे बावुमा का नेतृत्व
दक्षिण अफ्रीका के टेस्ट कप्तान बनने का बावुमा का सफर बहुत ही खास और प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने 2022/23 में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ सीरीज़ से कप्तानी की शुरुआत की और अपने पहले 10 टेस्ट मैचों में 9 जीत और 1 ड्रॉ के साथ शानदार रिकॉर्ड बनाया। यह किसी भी दक्षिण अफ्रीकी टेस्ट कप्तान की सबसे बेहतरीन शुरुआत थी।
बावुमा के नेतृत्व की सबसे बड़ी ताकत थी। दबाव में शांत रहना, रणनीति में माहिर होना और खुद उदाहरण बनकर टीम को आगे ले जाना। यही खूबियां उन्होंने WTC फाइनल में भी दिखाई। हैमस्ट्रिंग की चोट के बावजूद, उन्होंने दूसरी पारी में 66 अहम रन बनाए, जिससे टीम 282 रनों का बड़ा लक्ष्य हासिल कर पाई।
उनका यह प्रदर्शन दर्द और दबाव के बीच आया, जिससे उन्होंने एबी डिविलियर्स और सचिन तेंदुलकर जैसे महान खिलाड़ियों से भी तारीफ पाई। एडेन मार्करम ने शानदार 136 रन बनाकर मैच जिताया, लेकिन बावुमा की पारी भी जीत में बेहद अहम रही। इस जीत ने न सिर्फ बावुमा की कप्तानी को मजबूत किया, बल्कि 1998 के बाद पहली बार दक्षिण अफ्रीका ने कोई बड़ी ICC ट्रॉफी जीती। यह जीत एक नए युग की शुरुआत थी। अब जब 2027 क्रिकेट विश्व कप की मेज़बानी दक्षिण अफ्रीका कर रहा है, टीम इस सफलता को आगे भी जारी रखने और एक मजबूत विरासत बनाने के लिए तैयार है।