मुंबई के ओपनिंग बल्लेबाज और भारत की अंडर-19 वर्ल्ड कप जीत के कप्तान पृथ्वी शॉ ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मांगा है ताकि वह किसी और राज्य की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेल सकें। जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर फैली, फैंस के बीच चर्चा शुरू हो गई और लोग यह सवाल पूछने लगे कि क्या पृथ्वी अब मुंबई की टीम छोड़ने वाले हैं।
पृथ्वी शॉ ने राज्य टीम बदलने के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से एनओसी मांगी
क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, शॉ ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को एक पत्र लिखकर एनओसी मांगा है। 25 साल के शॉ को कई दूसरे राज्यों से खेलने के ऑफर मिले हैं और वह उन विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। एमसीए ने अपने शीर्ष परिषद के सदस्यों को इस बारे में सूचित कर दिया है और जल्द ही एनओसी जारी किया जा सकता है।
एमसीए के सचिव अभय हडप ने क्रिकबज से कहा, “उन्होंने हमें एनओसी के लिए पत्र भेजा है। हमने परिषद के सभी सदस्यों को जानकारी दे दी है और हम जल्दी ही एनओसी देंगे।” रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि शॉ ने अपने पत्र में लिखा है कि उन्हें एक और राज्य की ओर से पेशेवर क्रिकेट खेलने का बेहतरीन मौका मिला है, जो उनके खेल के विकास में मदद करेगा। उन्होंने एमसीए से अनुरोध किया है कि उन्हें एनओसी जारी की जाए, ताकि वे अगले घरेलू सीज़न में उस नए राज्य की टीम में खेल सकें।
शॉ ने पत्र में लिखा, “मेरे करियर के इस समय पर मुझे एक दूसरे राज्य की टीम में खेलने का अच्छा मौका मिला है, जिससे मैं और आगे बढ़ सकूं। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि मुझे एनओसी दें, ताकि मैं उस राज्य का प्रतिनिधित्व कर सकूं।”
यह भी पढ़ें: क्या मुरली विजय स्पोर्ट्स प्रेजेंटर ग्रेस हेडन को कर रहे हैं डेट? जानिए सच्चाई
डेब्यू शतक से लेकर घरेलू मैदान से बाहर होने तक
शॉ, जिन्हें कभी भारत के सबसे होनहार युवा खिलाड़ियों में माना जाता था, ने अपने क्रिकेट करियर में बहुत जल्दी सफलता और फिर उतनी ही तेजी से गिरावट भी देखी है। उन्होंने भारत को अंडर-19 विश्व कप जिताने के बाद जल्दी ही राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई और वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पहले टेस्ट मैच में शतक लगाकर सबका ध्यान खींचा। लेकिन फिर अचानक उनकी फॉर्म खराब हो गई। फिटनेस की दिक्कतों ने भी उनकी प्रगति को रोक दिया। घरेलू क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और उन्होंने मुंबई की रणजी टीम में अपनी जगह खो दी। हाल ही में आईपीएल नीलामी में भी उनका नाम बिकना बंद हो गया, जो उनकी गिरती लोकप्रियता का सबूत है।