भारत को हेडिंग्ले में पहले टेस्ट में इंग्लैंड से पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, भारत ने मैच के ज्यादातर समय खेल पर नियंत्रण रखा था। इस हार को और भी दुखद बनाने वाली बात ये थी कि भारत ने अपनी अच्छी स्थिति का सही फायदा नहीं उठाया।
नासिर हुसैन और रवि शास्त्री ने हेडिंग्ले टेस्ट में भारत की दो कमियों पर प्रकाश डाला
खेल के बाद, इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने दो बड़ी समस्याओं की बात की। भारत की स्लिप फील्डिंग में कमजोरी और एक बेहतरीन सीम गेंदबाज ऑलराउंडर की कमी। उन्होंने स्काई स्पोर्ट्स से कहा कि पिछले कुछ सालों में भारत ने स्लिप फील्डिंगअच्छा किया था, लेकिन इस मैच में वह कमजोर रहा, जो चिंता की बात है। हुसैन ने बताया कि भारत के पास स्पिन गेंदबाज ऑलराउंडर जैसे अश्विन, जडेजा और अक्षर पटेल हैं, लेकिन सीम गेंदबाज ऑलराउंडर नहीं है, जो हार्दिक पंड्या या कपिल देव जैसे खिलाड़ी होते हैं। अगर भारत का निचला क्रम जल्दी आउट होता रहा तो यह सीरीज जल्दी खत्म हो सकती है।
मैच के बाद, भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी टीम की पुछल्ले बल्लेबाजी और खराब फील्डिंग की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि भारत का निचला क्रम दोनों पारियों में कमजोर रहा और जल्दी आउट हो गया। शास्त्री ने कहा कि भारत को अपनी अच्छी स्थिति को खत्म करने में असफलता ने इंग्लैंड को मौका दे दिया। उन्होंने कहा कि टीम को अपनी गलतियों से सीखना होगा और नेट प्रैक्टिस में ज्यादा मेहनत करनी होगी। साथ ही, कैच पकड़ने में सुधार लाना जरूरी है क्योंकि अच्छे विरोधी टीम कैच छोड़ने की कीमत चुकवाते हैं। इंग्लैंड ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया और भारत को उसकी गलतियों की सजा दी।
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दूसरे टेस्ट से पहले भारत के लिए चेतावनी
टीम ने पहले पारी में 430/3 और दूसरी पारी में 333/4 से कुल 471 और 364 रन बनाए, लेकिन निचले क्रम में अचानक कमजोर प्रदर्शन की वजह से इंग्लैंड को मुकाबले में बने रहने का मौका मिला। मुश्किल ये भी थी कि भारत ने दोनों पारियों में कुल सात कैच टपकाए, जो 2019 के बाद से सबसे खराब फील्डिंग था। युवा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अच्छा शतक बनाया, लेकिन स्लिप फील्डिंग में उन्होंने बड़ी गलती की और चार कैच छोड़ दिए, जिनमें बेन डकेट का भी कैच शामिल था, जिन्होंने 149 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली।
भारत के पांच बल्लेबाजों ने शतक बनाकर अच्छी बल्लेबाजी की, लेकिन टीम ने मौका गंवा दिया। इंग्लैंड ने चौथी पारी में 371 रन का सफल पीछा किया। यह इंग्लैंड का टेस्ट में लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरा सबसे बड़ा सफल रन था। अब 2 जुलाई को एजबेस्टन में दूसरा टेस्ट होने वाला है, जहां भारत पर दबाव बढ़ गया है। टीम को सही संतुलन बनाने और क्षेत्ररक्षण सुधारने की जरूरत है। प्रबंधन को टीम की पोजीशन और स्लिप क्षेत्ररक्षण की तुरंत समीक्षा करनी चाहिए।