रविचंद्रन अश्विन ने मोहम्मद सिराज से खुलकर कहा है कि वह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले दूसरे टेस्ट में अपनी गेंदबाज़ी के तरीके में थोड़ा बदलाव करें। पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने पांच विकेट लिए, लेकिन बाकी गेंदबाज़, खासकर सिराज, उन्हें ठीक से साथ नहीं दे पाए।
रविचंद्रन अश्विन ने मोहम्मद सिराज से भारत के दूसरे टेस्ट में अलग जिम्मेदारी संभालने का अनुरोध किया
अपने यूट्यूब चैनल पर एक विस्तार से की गई चर्चा में अश्विन ने पहले टेस्ट में सिराज के प्रदर्शन की आलोचना की। यह वही मैच था जिसमें भारत को हेडिंग्ले में इंग्लैंड के हाथों पांच विकेट से हार झेलनी पड़ी थी।
अश्विन ने कहा कि सिराज को हर समय विकेट लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। उन्होंने सिराज से सवाल किया, “क्या आप रन रोक सकते हैं? आपको हर ओवर में 4-5 रन नहीं देने चाहिए। अगर आप लगातार रन देते रहेंगे, तो हमें बुमराह को बार-बार लाना पड़ेगा। लेकिन बुमराह कितने समय तक लगातार गेंदबाज़ी कर सकते हैं?”
अश्विन ने बताया कि सिराज की तेज और आक्रामक गेंदबाज़ी की वजह से बुमराह को अपनी थकान के बावजूद लंबे स्पैल डालने पड़े। उन्होंने ज़ोर दिया कि सिराज को किफायती और अनुशासित गेंदबाज़ी से दबाव बनाना सीखना होगा। अश्विन ने आगे कहा, “अगर सिराज रन नहीं रोक पाएंगे, तो फिर हमें रनों का बहाव रोकने के लिए जडेजा जैसे गेंदबाज़ों को लाना होगा। प्रसिद्ध कृष्णा पहली बार खेल रहा है और अभी अनुभवहीन है। ऐसे में सिराज का रोल और भी अहम हो जाता है।”
यह भी पढ़ें: ENG vs IND: गावस्कर ने बताया क्यों कुलदीप यादव हैं दूसरे टेस्ट के लिए शार्दुल ठाकुर की जगह सही विकल्प
अश्विन ने सिराज को दी सलाह: आक्रामक नहीं, भरोसेमंद गेंदबाज़ बनें
अश्विन ने सिर्फ सिराज की आलोचना ही नहीं की, बल्कि उन्हें यह भी बताया कि टीम में उनकी भूमिका क्या होनी चाहिए। अश्विन ने सिराज से उम्मीद जताई कि वे एक भरोसेमंद गेंदबाज़ की भूमिका निभाएं, जो रन रोके और टीम के लिए संतुलन बनाए रखे।
अश्विन ने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज़ गेंदबाज़ मोर्ने मोर्कल का उदाहरण देते हुए कहा, “याद कीजिए कैसे मोर्कल 20 ओवर में 2/43 जैसे आंकड़े लाते थे? वही काम सिराज को करना चाहिए। बाजबॉल के दौर में हो सकता है कि वो 2/58 पर चले जाएं, लेकिन अगर वो इस भूमिका को सही निभाते हैं, तो यह टीम के लिए बहुत फायदेमंद होगा।”
उन्होंने साफ किया कि सिराज की भूमिका अब सिर्फ विकेट लेने की नहीं है, बल्कि टीम के अन्य गेंदबाजों जैसे बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा को सपोर्ट देने की है। बुमराह पर पहले ही वर्कलोड का दबाव है और प्रसिद्ध अभी नए हैं। ऐसे में सिराज को ‘कुशन’ यानी एक सुरक्षित सहारा बनकर खेलना होगा।
अश्विन ने कहा, “आप हर स्पेल में आक्रामक नहीं हो सकते। सिराज को यह समझना होगा कि उन्हें बुमराह को सहारा देना है और प्रसिद्ध की मदद करनी है। अगर सिराज और प्रसिद्ध दोनों ही रन देंगे, तो भारत को फिर से मैच पर से नियंत्रण खोने का खतरा रहेगा। ऐसे में किसी एक को तो रन रोकने की जिम्मेदारी लेनी होगी।”