बांग्लादेश क्रिकेट में एक बड़ी खबर सामने आई है। नजमुल हुसैन शान्तो ने श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज हारने के बाद टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ दी है। बांग्लादेश को यह दो मैचों की सीरीज 1-0 से हारनी पड़ी। यह टीम की लगातार पांचवीं टेस्ट सीरीज है जिसमें वह जीत हासिल नहीं कर सकी। इस हार के बाद टीम के भविष्य को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
नजमुल हुसैन शान्तो ने बांग्लादेश टेस्ट कप्तान के पद से इस्तीफा देने की घोषणा की
मैच के बाद पत्रकारों से बात करते हुए शांतो ने बांग्लादेश टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला सबके सामने रखा। उन्होंने कहा कि वह अब लंबे फॉर्मेट यानी टेस्ट में कप्तान बने रहना नहीं चाहते। उन्होंने ये भी साफ किया कि यह फैसला उन्होंने अपने लिए नहीं, बल्कि पूरी तरह से टीम के भले के लिए लिया है। शांतो ने आगे कहा कि उनके इस फैसले से टीम को आगे फायदा होगा।
उन्होंने यह भी बताया कि अगर बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) तीनों फॉर्मेट के लिए अलग-अलग कप्तान चुनता है, तो यह पूरी तरह से बोर्ड का फैसला होगा। शांतो ने कहा, “मैं बांग्लादेश टेस्ट कप्तानी से हट रहा हूं। मैं अब इस फॉर्मेट में कप्तान बने रहना नहीं चाहता और मैं सभी को साफ-साफ बताना चाहता हूं कि यह कोई निजी कारण नहीं है। यह पूरी तरह टीम के हित में लिया गया फैसला है और मुझे यकीन है कि इससे टीम को मदद मिलेगी। अगर बीसीबी तीनों फॉर्मेट में तीन अलग कप्तान रखना चाहता है, तो यह उनका फैसला होगा।”
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टेस्ट मैचों में शान्तो की अगुआई में बांग्लादेश का प्रदर्शन सामान्य
शांतो ने अब तक 14 टेस्ट मैचों में बांग्लादेश की कप्तानी की है, जिनमें से टीम को 4 मैचों में जीत मिली है। इन जीतों में पाकिस्तान के खिलाफ मिली ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज़ जीत भी शामिल है। लेकिन उस सीरीज़ के बाद बांग्लादेश कोई भी टेस्ट सीरीज़ नहीं जीत पाया है और टीम का प्रदर्शन देश और विदेश दोनों जगह खराब रहा है।
इस साल की शुरुआत में शांतो ने टी20 टीम की कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया था, और वनडे में उनकी जगह मेहदी हसन मिराज को कप्तान बनाया गया। हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज़ में शांतो एक खास रिकॉर्ड बना गए। वे टेस्ट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले बांग्लादेशी कप्तान बने। इस सीरीज़ में उन्होंने कुल चार पारियों में 300 रन बनाए, जिनमें दो शतक शामिल हैं।