जिम्बाब्वे में दस साल से ज्यादा बाद टेस्ट क्रिकेट में लौटने वाली दक्षिण अफ्रीका की टीम ने बुलावायो में स्टैंड-इन कप्तान केशव महाराज की अगुवाई में पहले दिन एक मुश्किल शुरुआत की। 2014 के हरारे टेस्ट में एकमात्र खिलाड़ी जो अभी भी खेल रहे हैं, महाराज ने पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया ताकि सूखी पिच पर अच्छी शुरुआत मिल सके। लेकिन जिम्बाब्वे के तेज गेंदबाजों ने कड़ी गेंदबाजी की और मेहमान बल्लेबाजों पर दबाव बनाया। इसी बीच, ब्लेसिंग मुज़ारबानी ने एक ऐसा खेल-बदलने वाला मौका बनाया, जो खास रहा।
ब्लेसिंग मुजारबानी के शानदार फील्डिंग प्रदर्शन ने वियान मुल्डर की पारी का किया अंत
23वें ओवर में, मुजारबानी ने एक लंबी गेंद फेंकी जो ऑफ-स्टंप की तरफ वापस आई। 17 रन पर खेल रहे वियान मुल्डर ने गेंद को लेग साइड की ओर हल्के हाथ से टच किया। पहली बार यह सामान्य डॉट बॉल लग रही थी। लेकिन फिर कुछ अराजक हुआ। एक छोटी नजर, थोड़ी हिचकिचाहट, और फिर जल्दी में रन लेने की कोशिश, यह सब कुछ सेकंड में हुआ। जैसे ही गेंद पिच से बाहर आई, मुजारबानी ने बहुत तेज़ी से दाहिने तरफ दौड़ लगाई। उन्होंने खुद गेंद उठाई, तेज़ी से मुड़े और नॉन-स्ट्राइकर छोर पर सीधे थ्रो किया। उनकी निशानेबाजी बिल्कुल सही थी। गेंद स्टंप के करीब लगी, मुल्डर ने डाइव लगाई लेकिन वे आउट हो गए।
इस विकेट की खास बात सिर्फ सीधे थ्रो से आउट होना नहीं था, बल्कि मुजारबानी की फुर्ती, तेज़ रिएक्शन, खुद गेंद का पीछा करना और दबाव में धैर्य रखना था। यह विकेट पूरी तरह मुजारबानी की मेहनत का नतीजा था, क्योंकि फील्डिंग टीम ने कोई मदद नहीं की। इस रन आउट ने मुल्डर की अच्छी पारी खत्म कर दी और जिम्बाब्वे की जोशीली फील्डिंग दिखा दी। इसी वजह से दक्षिण अफ्रीका पहले सत्र में 55 रन पर 4 विकेट खोकर लड़खड़ा गई।
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वीडियो यहां देखें:
Sharp fielding from Muzarabani⚡
Total mix-up and Mulder pays the price! Muzarabani sprints, fires, and hits bullseye at the non-striker’s end.#ZIMvSA pic.twitter.com/n2lxRyswPn
— FanCode (@FanCode) June 28, 2025
बुलावायो में पहले दिन दक्षिण अफ्रीका ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए लुआन-ड्रे प्रीटोरियस की अगुआई में शानदार प्रदर्शन किया
जिम्बाब्वे में 11 साल बाद टेस्ट खेल रही दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही। मगर डेब्यू कर रहे लुआन-ड्रे प्रीटोरियस ने बुलावायो के क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में पहले दिन 94 रन नॉट आउट बनाकर हालात संभाले। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 23 रन पर 3 विकेट खो दिए थे, जब तनाका चिवांगा ने टोनी डी ज़ोरज़ी, ब्रीट्ज़के और डेविड बेडिंघम को जल्दी आउट कर दिया और टीम की शुरुआत खराब कर दी।
इसके बाद मुल्डर का अजीब रन आउट हुआ, जो मुजारबानी के सीधे थ्रो की वजह से हुआ, जिससे टीम 55 रन पर 4 विकेट गंवा बैठी। लेकिन प्रीटोरियस और डेवाल्ड ब्रेविस ने मिलकर अच्छा संघर्ष किया। दूसरे सत्र के अंत तक दक्षिण अफ्रीका ने 48 ओवर में 201 रन पर 6 विकेट खो लिए थे। प्रीटोरियस ने पारी की कमान संभाली और कॉर्बिन बॉश ने उनका अच्छा साथ दिया। मुजारबानी ने 1 विकेट लेकर 21 रन दिए, जबकि चिवांगा ने भी अच्छी गेंदबाजी की, जिससे जिम्बाब्वे मुकाबले में बना रहा। लेकिन पूरे दिन की सबसे खास पारी प्रीटोरियस की रही, जिसने टीम को मजबूत स्थिति में रखा।