क्रिकेट को अक्सर “जेंटलमैन गेम” कहा जाता है, लेकिन अब महिलाएं भी इस खेल में नए रिकॉर्ड बना रही हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे खास उपलब्धियों में से एक है तीनों फॉर्मेट में शतक लगाना: टेस्ट, वनडे और टी20 इंटरनेशनल। यह बहुत ही मुश्किल काम है, जिसे अब तक सिर्फ कुछ ही महिला क्रिकेटर हासिल कर पाई हैं।
हाल ही में भारत की स्टार बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना ने टी20 इंटरनेशनल में शतक लगाकर इस खास क्लब में अपनी जगह बना ली है। यह उपलब्धि किसी भी खिलाड़ी की प्रतिभा, हर फॉर्मेट में खुद को ढालने की ताकत और दबाव में शांत रहने की क्षमता को दिखाती है। यहाँ हम आपको उन पाँच खास महिला क्रिकेटरों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने तीनों फॉर्मेट में शतक लगाकर इतिहास रचा है और जानेंगे कि उन्होंने यह मुकाम कैसे हासिल किया।
पहले WT20I में इंग्लैंड के खिलाफ स्मृति मंधाना की ऐतिहासिक पारी
शनिवार को ट्रेंट ब्रिज में यादगार दिन था जब मंधाना ने इतिहास रच दिया। वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट टेस्ट, वनडे और टी20 में शतक लगाने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच में उन्होंने 62 गेंदों पर 112 रन बनाए, जिससे भारत को जीत मिली और उनका तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने का रिकॉर्ड पूरा हुआ। मंधाना की पारी आक्रामक और समझदारी से भरी थी, जिसमें उन्होंने 15 चौके और 3 छक्के लगाए। यह पारी उनकी बल्लेबाजी की ताकत और हर तरह की मुश्किल गेंदबाजी से लड़ने की क्षमता को दिखाती है।
महिला क्रिकेट में सभी प्रारूपों में शतक लगाने वाली खिलाड़ी
मंधाना की उपलब्धि भारत के लिए ऐतिहासिक है, लेकिन वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन बल्लेबाजों की जमात में शामिल हो गई हैं जिन्होंने सभी प्रारूपों में जीत हासिल की है:
1. हीथर नाइट (इंग्लैंड):

नाइट तीनों प्रारूपों में शतक बनाने वाली पहली महिला खिलाड़ी थीं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ उनके टेस्ट शतक, पाकिस्तान और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ वनडे शतक और थाईलैंड के खिलाफ़ टी20 शतक ने इंग्लैंड की कप्तान के रूप में उनकी बहुमुखी प्रतिभा और नेतृत्व क्षमता को उजागर किया।
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2. टैमी ब्यूमोंट (इंग्लैंड):

ब्यूमोंट इस मील के पत्थर तक पहुँचने वाली इतिहास की दूसरी महिला हैं। अपनी तकनीकी कुशलता के लिए प्रसिद्ध, वह द हंड्रेड में इंग्लैंड की महिला द्वारा सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड रखती हैं और उन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 में मैच जीतने वाले शतक लगाए हैं।
3. लौरा वोल्वार्ड्ट (दक्षिण अफ्रीका):

दक्षिण अफ़्रीकी कप्तान सभी प्रारूपों में शतक बनाने वाली पहली प्रोटियाज़ महिला हैं। सिर्फ़ 17 साल की उम्र में वनडे शतक से शुरुआत करने वाली वोल्वार्ड्ट ने तब से टेस्ट और टी20ई शतक लगाए हैं, जिसमें भारत के खिलाफ़ पहला टेस्ट शतक भी शामिल है, जिसने खेल की सबसे शानदार बल्लेबाज़ों में से एक के रूप में उनकी स्थिति को मज़बूत किया है।
4. बेथ मूनी (ऑस्ट्रेलिया):

मूनी, यह उपलब्धि हासिल करने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला हैं, उन्होंने 2024-25 एशेज में अपना पहला टेस्ट शतक लगाकर अपनी तिकड़ी पूरी की, इससे पहले वे वनडे और टी20 में शतक लगा चुकी हैं। उनकी अनुकूलनशीलता और निरंतरता ने उन्हें ऑस्ट्रेलिया की विश्व विजेता टीम का मुख्य आधार बना दिया है।
5. स्मृति मंधाना (भारत)

मंधाना की यह सफलता लगातार मेहनत और मजबूत इरादों की वजह से मिली है। उनका टेस्ट शतक 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ था, और उनके वनडे शतक ने भी भारत की महिला क्रिकेट को आगे बढ़ाया। अब जब उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में भी शतक बनाया है, तो वह नई पीढ़ी की खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं। यह दिखाता है कि भारतीय महिलाएं दुनिया के सबसे बड़े मंच पर हर फॉर्मेट में बेहतरीन खेल सकती हैं।