क्रिकेट दुनिया की नज़रें 2025 में इंग्लैंड और भारत के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज पर टिकी हैं। इसी बीच भारत के पूर्व ओपनर और जाने-माने कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने अपनी ऑल टाइम टेस्ट टीम चुनी है, जिससे फैंस और एक्सपर्ट्स के बीच काफी चर्चा शुरू हो गई है। चोपड़ा की टीम में अलग-अलग दौर के कई बड़े खिलाड़ी शामिल हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि उन्होंने भारत के सबसे सफल कप्तानों और विकेटकीपरों में से एक एमएस धोनी को जगह नहीं दी।
आकाश चोपड़ा ने चुनी भारत की ऑलटाइम टेस्ट-XI
चोपड़ा की चुनी हुई ऑल टाइम टेस्ट टीम में उन्होंने भारत के दो दिग्गज ओपनर, सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग को जगह दी है। उनके मुताबिक ये जोड़ी एकदम खास है गावस्कर की शांत और टिकाऊ बल्लेबाज़ी सहवाग की आक्रामक और निडर अंदाज़ का बढ़िया मेल है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, “आप सुनील गावस्कर और वीरेंद्र सहवाग से आगे नहीं देख सकते। एक तरफ शांति है, तो दूसरी तरफ जुनून और आक्रामकता।”
नंबर 3 पर चोपड़ा ने भरोसेमंद राहुल द्रविड़ को चुना है, जिन्हें ‘द वॉल’ कहा जाता है। उनकी तकनीक और धैर्य की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि इस स्थान के लिए कोई और नाम सोचना मुश्किल है। नंबर 4 पर उन्होंने सचिन तेंदुलकर को रखा है और कहा कि उनके लिए तो बहस की कोई गुंजाइश ही नहीं है, क्योंकि वह भारत के सबसे बड़े बल्लेबाजों में से एक हैं।
नंबर 5 पर विराट कोहली को जगह मिली है और उन्हें टीम का कप्तान भी बनाया गया है। चोपड़ा ने माना कि इस पोजिशन के लिए वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली भी अच्छे विकल्प हो सकते थे, लेकिन कोहली का योगदान और निरंतरता उन्हें सबसे ऊपर रखती है। सबसे चौंकाने वाला फैसला रहा एमएस धोनी को टीम से बाहर करना और नंबर 6 पर ऋषभ पंत को बतौर विकेटकीपर-बल्लेबाज शामिल करना। चोपड़ा ने कहा, “जब मैंने ये टीम कुछ साल पहले बनाई थी, तब धोनी को शामिल किया था। लेकिन अब मुझे लगता है कि ऋषभ पंत को ये जगह मिलनी चाहिए। अगर कोई खिलाड़ी 25 साल की उम्र में भारत की ऑल-टाइम टेस्ट टीम में जगह बना लेता है, तो ये बड़ी बात है। वह सच में सोने के बराबर है।”
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चोपड़ा ने पावर पैक्ड महान गेंदबाजों और ऑल-राउंड लाइन-अप का नाम लिया
चोपड़ा ने अपनी ऑल टाइम टेस्ट टीम के सातवें नंबर पर भारत के महान ऑलराउंडर कपिल देव को शामिल किया है। उन्होंने कहा कि कपिल जैसे खिलाड़ी से टीम को ना सिर्फ़ बल्लेबाज़ी में गहराई मिलती है, बल्कि गेंदबाज़ी में भी एक मजबूत विकल्प मिलता है। कपिल ने टेस्ट क्रिकेट में 434 विकेट और 5000 से ज़्यादा रन बनाए हैं। चोपड़ा ने कहा, “अगर पाजी जैसा खिलाड़ी नंबर 7 पर आता है, तो सोचिए टीम कितनी मजबूत होगी। वह अपने समय के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी थे।”
स्पिन गेंदबाज़ी की ज़िम्मेदारी चोपड़ा ने रविचंद्रन अश्विन और अनिल कुंबले को दी है। अश्विन को उन्होंने उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन के कारण चुना, जबकि कुंबले को उनके 600+ विकेटों के कारण टीम में जगह मिली। चोपड़ा ने कहा कि अश्विन और कुंबले जैसे गेंदबाज मैच का रुख बदल सकते हैं।
तेज़ गेंदबाज़ी विभाग में चोपड़ा ने दो नाम चुने हैं जसप्रीत बुमराह और जहीर खान। बुमराह को उन्होंने मौजूदा पीढ़ी के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक बताया, जो तेज़ी से विकेट निकालने की क्षमता रखते हैं। जहीर को उन्होंने जवागल श्रीनाथ पर तरजीह दी, क्योंकि ज़हीर बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ हैं और मैच के अहम मौकों पर विकेट लेने की खासियत रखते हैं।
आकाश चोपड़ा की ऑलटाईम टेस्ट-XI
सुनील गावस्कर, वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेट कीपर), कपिल देव, रविचंद्रन अश्विन, अनिल कुंबले, जसप्रीत बुमराह, जहीर खान।