भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ अब अपने बीच के मुकाम पर पहुंच गई है। दोनों टीमें 1-1 की बराबरी पर हैं और अब सभी की नजरें लंदन के मशहूर लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर होने वाले तीसरे टेस्ट पर टिकी हैं। यह मुकाबला बेहद रोमांचक होने वाला है। इंग्लैंड ने सीरीज़ की शुरुआत शानदार अंदाज़ में की थी और पहले टेस्ट में 371 रन का बड़ा लक्ष्य हासिल कर मैच जीत लिया। लेकिन भारत ने जोरदार वापसी करते हुए एजबेस्टन टेस्ट में जीत दर्ज की। युवा कप्तान शुभमन गिल की अगुवाई में भारत ने वहां अपना पहला टेस्ट मैच जीतकर इतिहास रच दिया।
एजबेस्टन में हार के बाद इंग्लैंड की गेंदबाजी जांच के घेरे में
हालांकि इंग्लैंड अपनी घरेलू ज़मीन पर खेल रहा था, फिर भी उसकी गेंदबाजी एजबेस्टन की सपाट पिच पर असरदार साबित नहीं हो सकी। वहीं भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और डेब्यू करने वाले आकाश दीप ने स्विंग और सटीक लाइन-लेंथ के साथ शानदार गेंदबाजी की। इसके मुकाबले इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ज्यादा असर नहीं छोड़ सके, जिससे टीम चयन और खिलाड़ियों की फिटनेस पर सवाल उठने लगे हैं।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल एथर्टन ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि एक हार के बाद पूरी टीम को बदलना सही नहीं होगा, लेकिन तेज गेंदबाजी विभाग में ज़रूर बदलाव करने की ज़रूरत है। उन्होंने तेज गेंदबाजी आक्रमण को फिर से मजबूत करने पर ज़ोर दिया।
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माइकल एथर्टन ने लॉर्ड्स टेस्ट के लिए इंग्लैंड का गेंदबाजी आक्रमण चुना
पूर्व कप्तान एथर्टन ने इंग्लैंड की टेस्ट टीम में तेज गेंदबाजी विभाग को तरोताजा करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि बल्लेबाजी क्रम को जैसा है वैसा ही बनाए रखा जाना चाहिए, लेकिन गेंदबाजी में नई ऊर्जा और रफ्तार की जरूरत है। उन्होंने जोश टंग और ब्रायडन कार्से की जगह जोफ्रा आर्चर और गस एटकिंसन को टीम में शामिल करने का सुझाव दिया, क्योंकि ये दोनों गेंदबाज दूसरे टेस्ट में खास असर नहीं छोड़ पाए थे।
एथरटन ने द टाइम्स में अपने कॉलम में लिखा, “तेज गेंदबाजी अटैक को तरोताजा करना जरूरी है। हार के बाद घबराकर बदलाव करना सही नहीं है, लेकिन गेंदबाजी में बदलाव जरूरी है। मैं बल्लेबाजी लाइनअप को कायम रखूंगा और टंग और कार्स की जगह आर्चर और एटकिंसन को मौका दूंगा।”
हालांकि, उन्होंने माना कि इन बदलावों में कुछ जोखिम भी हैं। उन्होंने बताया कि आर्चर ने पिछले चार साल में सिर्फ एक प्रथम श्रेणी मैच खेला है, इसलिए उनकी फिटनेस को लेकर सवाल हैं। वहीं एटकिंसन भी पिछले छह हफ्तों से मैदान से बाहर हैं, क्योंकि उन्हें जिम्बाब्वे के खिलाफ़ हैमस्ट्रिंग की चोट लगी थी। हालांकि, एटकिंसन का लॉर्ड्स में रिकॉर्ड अच्छा रहा है।
एथर्टन ने यह भी कहा कि अगर आर्चर और एटकिंसन दोनों को शामिल किया जाता है, तो तीसरे तेज गेंदबाज को लंबे स्पैल फेंकने में सक्षम होना चाहिए। उन्होंने क्रिस वोक्स को लेकर भी सवाल उठाया कि क्या मौजूदा फॉर्म और उम्र को देखते हुए वे सही विकल्प हैं, भले ही उनका लॉर्ड्स में रिकॉर्ड बेहतरीन रहा है। वोक्स ने इस सीरीज़ में अब तक 96 की औसत से सिर्फ़ 3 विकेट लिए हैं।
साथ ही, उन्होंने वोक्स के संभावित विकल्प सैम कुक पर भी संदेह जताया, यह कहते हुए कि कुक अपने एकमात्र टेस्ट में खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे। एथर्टन ने साफ कहा, “जोफ्रा आर्चर की टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयारी एक सवाल है, लेकिन अगर वे टीम में चुने जाते हैं, तो यह मान लेना होगा कि वे फिट हैं। एटकिंसन का लॉर्ड्स में शानदार रिकॉर्ड है, पर चोट से वापसी के बाद उन्हें भी साबित करना होगा कि वे तैयार हैं।”