इस हफ्ते पाकिस्तान क्रिकेट में खूब चर्चा हुई जब पूर्व कप्तान बाबर आजम को बांग्लादेश के खिलाफ आने वाली टी-20 सीरीज के लिए टीम से बाहर कर दिया गया।
माइक हेसन द्वारा बाबर आज़म को विकेटकीपिंग की सलाह देने की खबरें
बाबर को टीम में शामिल न करने पर पहले ही काफी बहस हो रही थी, लेकिन यह मामला तब और बढ़ गया जब एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि पाकिस्तान के व्हाइट-बॉल कोच माइक हेसन ने बाबर को विकेटकीपर बनाने का सुझाव दिया था।
यह बात सुनकर कई पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर भड़क गए। माइक हेसन ने फिर सामने आकर सफाई दी और बताया कि उन्होंने ऐसा कोई सुझाव नहीं दिया था, साथ ही अपने कोचिंग विचारों को लेकर चल रही अफवाहों पर भी बात की। विवाद तब शुरू हुआ जब यह खबर सामने आई कि हेसन चाहते हैं कि बाबर आज़म विकेटकीपिंग करें। बाबर ने अपने करियर में कभी विकेटकीपिंग नहीं की है, इसलिए यह सुझाव सभी को चौंकाने वाला लगा। पूर्व कोच मोहसिन खान और बासित अली ने इस पर नाराजगी जताई। वहीं, राशिद लतीफ और सिकंदर बख्त जैसे पूर्व खिलाड़ियों ने भी इस फैसले की आलोचना की। इससे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और नए कोचिंग स्टाफ पर दबाव और बढ़ गया है।
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माइक हेसन ने बाबर आजम को विकेटकीपर बनाने की अफ़वाहों को किया खारिज, कहा- ऐसा कोई सुझाव नहीं दिया
पाकिस्तान क्रिकेट में चल रही अफ़वाहों के बीच पाकिस्तान के व्हाइट-बॉल कोच माइक हेसन ने साफ शब्दों में कहा कि उन्होंने बाबर आज़म को विकेटकीपिंग करने का कोई सुझाव नहीं दिया है। पत्रकारों से बात करते हुए हेसन ने बताया, “बाबर के साथ मेरी ऐसी कोई बात नहीं हुई। उन्होंने अपने पूरे करियर में कभी विकेटकीपिंग नहीं की, ऐसे में उन्हें ऐसा करने को कहना गलत होगा। वह एक सीनियर खिलाड़ी हैं और उनके साथ सम्मान से पेश आना चाहिए।”
यह बयान उन सभी खबरों को खारिज करता है जिनमें कहा जा रहा था कि बाबर को एक नई भूमिका दी जा रही है। हेसन ने यह भी स्पष्ट किया कि अगर बाबर टीम में लौटते हैं, तो वह बतौर ओपनर ही खेलेंगे, जैसा वह पहले करते रहे हैं। इससे उनके प्रशंसकों को राहत मिली है।
साथ ही, हेसन ने यह भी कहा कि उन्होंने खिलाड़ियों को 150 की स्ट्राइक रेट से खेलने की कोई शर्त नहीं दी है। “मैंने ऐसा कभी नहीं कहा कि टीम में बने रहने के लिए बल्लेबाजों को 150 से ऊपर की स्ट्राइक रेट रखनी होगी,” उन्होंने कहा।
उन्होंने बताया कि टीम की बल्लेबाजी को आधुनिक टी20 क्रिकेट के अनुसार ढालने की कोशिश हो रही है और ऐसे खिलाड़ी तलाशे जा रहे हैं जो कई भूमिकाओं में फिट हो सकें। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि पारंपरिक बल्लेबाजों की टीम में जगह नहीं होगी। पाकिस्तान की बदली हुई टी20 टीम अब बांग्लादेश के खिलाफ 20 जुलाई से मीरपुर में तीन मैचों की सीरीज खेलेगी। यह सीरीज़ माइक हेसन की कोचिंग रणनीति की पहली असली परीक्षा होगी और पाकिस्तान की सफेद गेंद क्रिकेट की दिशा तय कर सकती है।