भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन एक ऐसा पल आया जिसने क्रिकेट जगत में बहस छेड़ दी। भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने सिर्फ 63 गेंदों के बाद दूसरी नई गेंद को बदलने का फैसला किया, जिसे इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने “अजीब” और “चौंकाने वाला” बताया।
इससे पहले जसप्रीत बुमराह उसी पुरानी गेंद से शानदार गेंदबाज़ी कर रहे थे और तीन अहम विकेट ले चुके थे। इसके बावजूद भारतीय टीम गेंद की हालत से खुश नहीं थी और उन्होंने अंपायर से नई गेंद की मांग की। हालाँकि गेंद बदलने के बाद भारत को कोई खास फायदा नहीं हुआ। जो नई गेंद मिली, वह उम्मीद से ज्यादा घिसी हुई थी और गेंदबाज़ों को उसमें कोई मदद नहीं मिल रही थी। इसका असर खेल की रफ्तार पर भी पड़ा और भारतीय टीम के फैसले पर सवाल उठने लगे। इस घटना ने सिर्फ खेल की दिशा को बदला नहीं, बल्कि गिल की कप्तानी और टीम की रणनीति पर भी चर्चा को जन्म दे दिया।
नासिर हुसैन ने गेंद बदलने के फैसले को बताया बड़ी गलती
लॉर्ड्स टेस्ट के दूसरे दिन भारत द्वारा गेंद बदलने के फैसले को लेकर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर ने तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि आमतौर पर गेंद तभी बदली जाती है जब या तो वह अपने आकार में न हो, या गेंदबाज़ों को लगे कि अब उससे कुछ फायदा नहीं मिल रहा। लेकिन इस मामले में ऐसा कुछ नहीं था।
हुसैन ने बताया कि जिस गेंद को बदला गया, वह शानदार तरीके से स्विंग कर रही थी और तेज़ मूवमेंट दे रही थी। इससे इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को काफी दिक्कत हो रही थी। उन्होंने स्काई स्पोर्ट्स पर कहा, “भारत की ओर से यह फैसला बहुत ही अजीब था। बुमराह उस समय कमाल की गेंदबाज़ी कर रहे थे, स्विंग भी मिल रही थी और विकेट भी गिर रहे थे। वहीं मोहम्मद सिराज भी मौके बना रहे थे।”
हुसैन को यह समझ नहीं आया कि शुभमन गिल ने क्यों उस गेंद को बदलने पर ज़ोर दिया, जबकि वह गेंद टीम के लिए फायदेमंद साबित हो रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि ड्यूक्स की गेंद अपने मूड के लिए जानी जाती है कभी ज़्यादा स्विंग देती है तो कभी नहीं ऐसे में एक अच्छी गेंद को बदलकर खराब गेंद लेना बड़ी रणनीतिक चूक थी। नई गेंद से गेंदबाज़ों को कोई मदद नहीं मिली, और इसका असर भी दिखा। इंग्लैंड के निचले क्रम के बल्लेबाज़ जम गए और उन्होंने अहम रन जोड़ डाले। हुसैन के मुताबिक यह फैसला भारत के लिए नुकसानदायक साबित हुआ।
Absolute nonsense from Nass. Ball was changed coz it was out of shape.
And the ball after that was again changed because it was again out of shape.
Reading the situation worse than Gabba 2002. pic.twitter.com/YXcNnyf8AU
— S (@reversepaddle) July 11, 2025
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दिनेश कार्तिक ने कहा – गेंद बदलने के फैसले से खुद बुमराह भी हैरान थे
लॉर्ड्स टेस्ट में गेंद बदलने को लेकर मचे विवाद पर पूर्व भारतीय विकेटकीपर दिनेश कार्तिक ने एक अलग नजरिया पेश किया। उन्होंने कहा कि इस फैसले से खुद बुमराह भी चौंक गए थे। कार्तिक का मानना है कि यह फैसला शायद सिराज ने लिया होगा और कप्तान गिल ने उसका समर्थन किया, लेकिन बुमराह इस बदलाव के लिए तैयार नहीं दिखे।
कार्तिक ने कहा, “यह थोड़ा अजीब था, क्योंकि वो गेंद बहुत अच्छी तरह घूम रही थी, शायद इस टेस्ट की सबसे ज्यादा मूवमेंट उसी से मिल रही थी। 63 गेंदों में से कई गेंदें हिल रही थीं। मुझे नहीं पता अंदर क्या बातचीत हुई, लेकिन ऐसा लगा कि सिराज ने शुरुआत की, गिल मौजूद थे, और बुमराह शायद इसके लिए तैयार नहीं थे लेकिन फिर भी गेंद बदल दी गई।”
बुमराह के शानदार शुरुआती स्पैल के बाद अचानक गेंद बदलने से भारतीय गेंदबाज़ी की लय टूट गई। कार्तिक ने इसे “थोड़ा अजीब” फैसला कहा, क्योंकि पुरानी गेंद लगातार मदद कर रही थी। नई गेंद इतनी असरदार नहीं निकली और उसकी कम रफ्तार ने इंग्लैंड के बल्लेबाज़ जेमी स्मिथ और ब्रायडन कार्से को टिककर खेलने और अहम साझेदारी बनाने का मौका दिया, जिससे मैच का रुख इंग्लैंड की ओर मुड़ गया। कार्तिक की बातों से यह साफ होता है कि शायद टीम के भीतर सही तालमेल की कमी थी और ऐसे दबाव भरे पलों में लिए गए फैसले कभी-कभी टीम को भारी पड़ सकते हैं।