सबीना पार्क में वेस्टइंडीज़ और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन तेज़ गेंदबाज़ी की धूम रही, और इसका पूरा श्रेय शमर जोसेफ को जाता है। उनकी तेज़ रफ्तार और धारदार मूवमेंट ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ों को अस्त-व्यस्त कर दिया। उनकी एक गेंद ने खासकर सबका ध्यान खींचा ब्यू वेबस्टर का ऐसा आउट हुआ कि सब मंत्रमुग्ध रह गए। यह विकेट लंबे समय तक सबके ज़ेहन में रहेगा।
शमर जोसेफ की तूफ़ानी गेंदबाज़ी, वेबस्टर की स्थिति पर डाला ग्रहण
ज्यों-ज्यों दोपहर की रोशनी मंद होती गई, लॉन पर लंबी परछाइयाँ फैलने लगीं और खेल में नाटकीय मोड़ आया। शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया सहज लग रहा था, लेकिन अचानक विकेट गिरने से वो लड़खड़ा उठे।
यह निर्णायक पल शमर जोसेफ का था। उनके रन‑अप से लेकर गेंदबाज़ी तक हर चीज़ में जान थी। गेंद इतनी तेज़ और सटीक थी कि सामना करने वाले बल्लेबाज़ ब्यू वेबस्टर का शांत मनोबल भी टूट गया। जोसेफ ने एक ऐसी गेंद फेंकी जिसे बस ‘आड़ू’ कहा जा सकता है तेज, सीम से हल्की मूवमेंट और बल्लेबाज़ को फुल‑पिच शॉट खेलने का मौका देने वाली। गेंद बल्ले के किनारे से टकराई और सीधे विकेटकीपर शाई होप के दस्तानों में चली गई।
इस विकेट पर वेस्टइंडीज़ का उत्साह आसमान पर पहुँचा, जोसेफ ने जीत का जश्न मनाया। यह युवा तेज गेंदबाज़ की कौशल का वो पल था जिसे बार‑बार याद किया जाएगा। वेबस्टर केवल नौ गेंदों में एक रन ही बना पाए और शमर की अटूट आक्रामकता के आगे टिक ही नहीं पाए। इस विकेट ने ऑस्ट्रेलिया की स्थिति को अस्थिर कर दिया और शक्ति को निर्णायक रूप से वेस्टइंडीज़ की ओर झुका दिया। शमर ने दिन का अंत चार विकेट लेकर किया, और वह बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी दोनों में निर्विवाद रूप से सितारे बने।
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Shamar does it again!🙌🏽
Another beauty brings another wicket!#WIVAUS | #FullAhEnergy pic.twitter.com/2pwXnXfaca
— Windies Cricket (@windiescricket) July 13, 2025
ऑस्ट्रेलिया की पारी लड़खड़ाई, वेस्टइंडीज़ की गेंदबाज़ी का शानदार प्रदर्शन**
ऑस्ट्रेलिया की पारी पहले दिन बुरी तरह से बिखर गई। इसका मुख्य कारण था शमर जोसेफ की अगुवाई में वेस्टइंडीज़ के गेंदबाज़ों का अनुशासित और दमदार प्रदर्शन। जोसेफ ने सबसे ज़्यादा विकेट लिए, लेकिन उन्हें जस्टिन ग्रीव्स और जेडन सील्स का पूरा साथ मिला, जिन्होंने तीन-तीन विकेट चटकाए।
ऑस्ट्रेलिया न तो कोई बड़ी साझेदारी बना पाया और न ही पारी को संभाल सका। मैदान पर वेस्टइंडीज़ के खिलाड़ी पूरी ऊर्जा और जोश में थे। उन्होंने हर मौके का फायदा उठाया और लगातार दबाव बनाए रखा। ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआत तो ठीक की, लेकिन उसके बल्लेबाज़ वेस्टइंडीज़ के तेज़ गेंदबाज़ों की रफ्तार और सटीक लाइन-लेंथ के सामने टिक नहीं पाए। वेबस्टर का आउट होना इस संघर्ष की सबसे बड़ी झलक थी। आखिरकार ऑस्ट्रेलियाई टीम सिर्फ़ 225 रन पर ढेर हो गई। उन्होंने अपने आखिरी सात विकेट सिर्फ़ 96 रन के अंदर गंवा दिए। दिन का खेल खत्म होते-होते वेस्टइंडीज़ मैच में मज़बूत स्थिति में पहुँच गया।