साउथेम्प्टन के रोज़ बाउल में इंग्लैंड और भारत के बीच खेला गया पहला महिला वनडे मैच रोमांचक और हैरान करने वाला रहा, जिसकी चर्चा पूरे क्रिकेट जगत में हो रही है। भारत ने इस मुकाबले में मेज़बान टीम को चार विकेट से हराकर सीरीज़ में 1-0 की बढ़त बना ली। लेकिन मैच के दौरान हरलीन देओल का अजीब रन आउट सबसे ज़्यादा सुर्खियों में रहा।
स्मृति मंधाना के जल्दी आउट होने के बाद हरलीन देओल आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाज़ी कर रही थीं, लेकिन एक छोटी सी गलती से वह रन आउट हो गईं। यह पल देखकर न सिर्फ़ दर्शक, बल्कि खुद देओल भी हैरान रह गईं।
ENG-W बनाम IND-W पहले वनडे में हरलीन देओल से हुई चूक
जब भारत का स्कोर 48 रन पर एक विकेट था, तब हरलीन देओल बल्लेबाज़ी करने उतरीं। इंग्लैंड के 259 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए उन्होंने क्रीज़ पर ठहराव दिखाया और अच्छी शुरुआत की। तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी कर रहीं देओल ने आत्मविश्वास के साथ रन जोड़े और एक मजबूत पारी की ओर बढ़ती दिखीं। लेकिन क्रिकेट में कभी भी कुछ भी हो सकता है, और 22वें ओवर में एक अजीब घटना हो गई। देओल ने चार्ली डीन की गेंद को ऑन-साइड में खेला और तेज़ी से एक रन के लिए दौड़ीं। फील्डर एलिस डेविडसन-रिचर्ड्स ने तेज़ी से गेंद पकड़कर नॉन-स्ट्राइकर छोर पर सीधा थ्रो मारा।
पहली नजर में लगा कि देओल बच गई हैं, लेकिन जब तीसरे अंपायर ने रिप्ले देखा तो पता चला कि जब बेल्स गिरीं, तब उनका बल्ला और पैर दोनों हवा में थे। इस वजह से उन्हें रन आउट दे दिया गया। उस समय उन्होंने 44 गेंदों पर 27 रन बनाए थे। उनके आउट होने का तरीका बल्ला जमीन पर टिकाने के बजाय हवा में छलांग लगाना। सोशल मीडिया पर खूब चर्चा का विषय बना। कई फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने इसे “अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नौसिखिया गलती” कहा और उनकी इस चूक की आलोचना की।
वीडियो यहां देखें:
Direct hit. GONE.
ADR, quick hands 🔥 pic.twitter.com/hYCaSlcbCv
— England Cricket (@englandcricket) July 16, 2025
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भारत ने जीत हासिल की
इस झटके के बावजूद भारतीय टीम ने बेहतरीन संयम और हौसला दिखाया। देओल के अजीब तरह से आउट होने और बीच के ओवरों में थोड़ी रुकावट आने के बाद भी टीम ने हिम्मत नहीं हारी। जेमिमा रोड्रिग्स (48), दीप्ति शर्मा (नाबाद 62) और अमनजोत कौर (नाबाद 20) ने ज़रूरी समय पर तेज़ और समझदारी से बल्लेबाज़ी की, जिससे भारत की पारी दोबारा पटरी पर लौट आई।
जेमिमा और दीप्ति ने मिलकर पांचवें विकेट के लिए 87 रन जोड़े। इस साझेदारी ने भारत को लक्ष्य के करीब पहुँचाने में बड़ी भूमिका निभाई। इससे पहले इंग्लैंड की ओर से सोफिया डंकले ने 83 और एलिस डेविडसन-रिचर्ड्स ने 53 रन बनाकर अपनी टीम को 50 ओवर में 6 विकेट पर 258 के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया था। लेकिन भारत की गेंदबाज़ी भी कमाल की रही। स्नेह राणा और क्रांति गौड़ ने 2-2 विकेट लेकर इंग्लैंड की रफ्तार पर लगाम लगाई और यह तय किया कि भारत कभी भी मैच से बाहर न हो। आख़िर में भारत ने 48.2 ओवर में 6 विकेट खोकर 262 रन बनाकर न केवल इंग्लैंड में अपना सबसे बड़ा सफल रन चेज़ किया, बल्कि वनडे क्रिकेट में अपना दूसरा सबसे बड़ा स्कोर भी बना लिया।