मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट के लिए भारतीय टीम एक बेहद अहम मुकाबले की तैयारी कर रही है। यह मैच भारत के लिए करो या मरो जैसा है। लॉर्ड्स में खेले गए तीसरे टेस्ट में मैच रोमांचक रहा, लेकिन भारत को आखिर में हार का सामना करना पड़ा। अब पाँच मैचों की इस सीरीज़ में भारत 1-2 से पीछे है। हालाँकि, गेंदबाज़ी में कुछ अच्छे पल जरूर दिखे, लेकिन भारत अहम मौकों को भुनाने में नाकाम रहा। इससे मुकाबले में बने रहना मुश्किल हो गया। तीसरे टेस्ट में कांटे की टक्कर देखने को मिली, लेकिन टीम चयन और पहली पारी की कमजोर शुरुआत को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं। अब जबकि सिर्फ दो मैच बचे हैं, भारत के पास सीरीज़ जीतने का रास्ता बहुत मुश्किल हो गया है लेकिन नामुमकिन नहीं।
मैनचेस्टर में मुकाबले से पहले अजिंक्य रहाणे ने दिया साहसिक सुझाव
अनुभवी क्रिकेटर अजिंक्य रहाणे, जो इस समय दौरे पर गई भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं, ने इंग्लैंड के खिलाफ चल रही सीरीज़ को लेकर अपनी राय दी है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा कि भारत को अगले मैच में कुछ रणनीतिक बदलाव करने चाहिए।
रहाणे ने ज़ोर देकर कहा कि टेस्ट मैच जीतने के लिए 20 विकेट लेना ज़रूरी होता है। उन्होंने टीम मैनेजमेंट मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल को सलाह दी कि वे गेंदबाज़ी आक्रमण को मज़बूत करने के बारे में सोचें। उन्होंने कहा, “हम सब जानते हैं कि इंग्लैंड में चौथे और पाँचवें दिन बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं होता। इंग्लैंड ने अच्छी गेंदबाज़ी की, लेकिन भारत लॉर्ड्स में पहली पारी में बड़ा स्कोर नहीं बना पाया। अब आगे बढ़ते हुए, टीम को एक अतिरिक्त गेंदबाज़ खिलाने पर विचार करना चाहिए। टेस्ट मैच 20 विकेट लेकर ही जीते जाते हैं।”
इस समय भारत तीन मुख्य तेज़ गेंदबाज़ों जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और आकाश दीप पर निर्भर है। इनके साथ ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर और नितीश रेड्डी गेंदबाज़ी में मदद करते हैं। रहाणे की यह सलाह यह दिखाती है कि शायद टीम इस सीरीज़ में एक गेंदबाज़ कम खेल रही है, जो मैच के नतीजे पर असर डाल सकता है।
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क्या भारत ओल्ड ट्रैफर्ड में इतिहास रच सकता है?
भारत ने आज तक इंग्लैंड में 1-2 से पिछड़ने के बाद कभी भी कोई टेस्ट सीरीज़ नहीं जीती है, लेकिन इस बार इतिहास बदला जा सकता है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाज़ अच्छी लय में हैं, और युवा खिलाड़ी खुद को साबित करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में मैनचेस्टर का टेस्ट भारत के लिए एक बड़ी चुनौती और बड़ा मौका है। अगर भारत को सीरीज़ बराबर करनी है और ओवल में निर्णायक टेस्ट तक पहुँचना है, तो टीम को दोबारा मजबूती के साथ वापसी करनी होगी। इसके लिए उन्हें अपनी गलतियाँ समझनी होंगी और नए आत्मविश्वास के साथ मैदान पर उतरना होगा। आने वाला रास्ता मुश्किल ज़रूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं।