पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने शुभमन गिल को भारतीय क्रिकेट का अगला “पोस्टर बॉय” बताया है, जिससे क्रिकेट जगत में काफी उत्साह देखने को मिला है। शास्त्री की ये बात गिल को सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की कतार में खड़ा करती है वो खिलाड़ी जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की प्रतिभा और पहचान को मजबूत किया है।
रवि शास्त्री ने शुभमन गिल का समर्थन किया
हाल ही में ‘स्टिक टू क्रिकेट’ पॉडकास्ट में बात करते हुए, पूर्व कोच शास्त्री ने कहा कि शुभमन गिल अब भारतीय क्रिकेट के नए चेहरे बन गए हैं। शास्त्री ने कहा, “वो युवा हैं, उनमें ताजगी है और उनका अंदाज़ भी बहुत शानदार है।”
उन्होंने बताया कि गिल में स्टाइल, संयम और ऐसा आत्मविश्वास है जो उन्हें मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह खास बनाता है। शास्त्री ने गिल के शांत स्वभाव, उनके बल्लेबाज़ी कौशल और नेतृत्व की जिम्मेदारी को भी सराहा। उनका मानना है कि ये खूबियाँ उन्हें नई पीढ़ी के लिए एक बेहतरीन रोल मॉडल बनाती हैं।
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारतीय टीम एक नए दौर में कदम रख रही है। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों के टेस्ट क्रिकेट से हटने के बाद, गिल अब एक युवा टीम का नेतृत्व कर रहे हैं। शास्त्री ने कहा, “तेंदुलकर, धोनी और कोहली के बाद, अब गिल भारतीय क्रिकेट के अगले पोस्टर बॉय हैं।” उन्होंने ये भी जोड़ा कि 25 साल के गिल की मैच में मौजूदगी और उनकी सोच उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाती है।
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गिल की कप्तानी की तारीफ, लेकिन रणनीतिक चूक पर खुली आलोचना
पूर्व कोच शास्त्री ने एक तरफ जहाँ गिल की कप्तानी की सराहना की, वहीं इंग्लैंड दौरे के दौरान उनकी रणनीतिक गलतियों को लेकर साफ़ तौर पर आलोचना भी की। मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट की बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि गिल से एक अहम चूक हुई। उन्होंने वाशिंगटन सुंदर को गेंदबाज़ी में देर से लाया।
शास्त्री बोले, “रणनीतिक रूप से, मुझे लगा कि वे थोड़ा कमजोर पड़ गए। सुंदर को पहले लाना चाहिए था।” हालांकि, उन्होंने गिल का बचाव भी किया और कहा कि इतनी कम उम्र में कप्तानी करना आसान नहीं होता। शास्त्री ने विश्वास जताया कि ऐसे अनुभव से गिल की क्रिकेट समझ बेहतर होगी।
शास्त्री ने गिल की तुलना विराट कोहली से करते हुए कहा, “कोहली बहुत आक्रामक थे, जबकि गिल शांत और संतुलित हैं। दोनों को ही एक मजबूत कप्तान बनने के लिए समय और सीनियर खिलाड़ियों के समर्थन की ज़रूरत है।” उन्होंने यह भी कहा कि गिल को एक सफल कप्तान बनाने के लिए टीम मैनेजमेंट और ड्रेसिंग रूम का सहयोग बेहद ज़रूरी है।