टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सुरेश रैना से एक छोटी सी गलती हो गई, जिसने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। उन्होंने शाहरुख खान की मशहूर फिल्म “चक दे! इंडिया” को गलती से क्रिकेट पर आधारित फिल्म कह दिया, जबकि वह असल में हॉकी पर बनी है।
यह बात डब्ल्यूसीएल की एंकर अदिति बुधाथोकी के साथ बातचीत के दौरान हुई। रैना की इस चूक के बाद फैंस ने तुरंत रिएक्ट किया। किसी ने मज़ेदार मीम्स बनाए, तो किसी ने हल्के-फुल्के ताने मारे। कई लोगों ने यह भी याद दिलाया कि फिल्म भारतीय महिला हॉकी टीम की कहानी पर आधारित है, ना कि क्रिकेट की। हालांकि, रैना की मंशा गलत नहीं थी, लेकिन फैंस ने मौके को मनोरंजन में बदल दिया और सोशल मीडिया पर काफी मज़ेदार प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।
सुरेश रैना की गलती से इंटरनेट पर हंगामा
यह घटना तब हुई जब सुरेश रैना एक मज़ेदार सवाल-जवाब सत्र में हिस्सा ले रहे थे। उनसे पूछा गया कि क्रिकेट पर बनी तीन फिल्मों के नाम बताएं। रैना ने बिना सोचे झट से जवाब दिया एमएस धोनी, चक दे और लगान।
लेकिन रैना भूल गए कि “चक दे! इंडिया” असल में क्रिकेट नहीं, बल्कि हॉकी पर बनी है और वो भी भारतीय महिला हॉकी टीम की कहानी पर। 2007 में आई इस फिल्म में शाहरुख खान ने कोच कबीर खान का किरदार निभाया था, जो अब तक महिला खेलों और हॉकी के लिए एक प्रेरणादायक फिल्म मानी जाती है। रैना की इस मासूम गलती ने फैंस का ध्यान खींचा और सोशल मीडिया पर हल्के-फुल्के मज़ाक और मीम्स का सिलसिला शुरू हो गया।
नेटिज़न्स मज़ाक करने लगे: “और दंगल विराट कोहली की बायोपिक है!”
जैसे ही ये क्लिप सोशल मीडिया पर आई, फैंस ने अपने मज़ेदार अंदाज़ में सुरेश रैना की इस गलती पर चुटकी लेना शुरू कर दिया। कई लोगों ने मस्ती में कहा, “तो फिर दंगल विराट कोहली की बायोपिक होनी चाहिए!” —जो असल में पहलवान गीता और बबीता फोगाट की जिंदगी पर बनी एक मशहूर फिल्म है।
लोगों ने क्रिकेटरों और खेल फिल्मों के सीन को मिलाकर मज़ेदार मीम्स भी बनाने शुरू कर दिए। कुछ ने मज़ाक में कहा कि अब “लगान” हॉकी पर बननी चाहिए या कोहली को कुश्ती में उतार देना चाहिए! ज़्यादातर लोग इस पर हँसते-हँसाते नज़र आए, लेकिन कुछ ने इस मुद्दे पर गंभीर बात भी की — जैसे कि कैसे बॉलीवुड की खेल फिल्मों ने कभी-कभी लोगों को भ्रमित कर दिया है, खासकर हॉकी जैसे खेलों को लेकर जो ज़्यादा लोकप्रिय नहीं हैं।
एक यूज़र ने लिखा, “अगर रैना जैसे इंटरनेशनल क्रिकेटर को ये कंफ्यूजन हो सकता है, तो आम लोगों से क्या उम्मीद करें!” हालांकि रैना ने इन मज़ाकों को हल्के में लिया और किसी भी आलोचना से परेशान नहीं हुए। वहीं कुछ फैंस ने उनका बचाव करते हुए कहा कि भारत में क्रिकेट इतना लोकप्रिय है कि कई बार दूसरे खेलों को भूल जाना स्वाभाविक हो जाता है। इस बीच, बहुत से लोगों ने “चक दे! इंडिया” जैसी फिल्मों की तारीफ भी की, जिन्होंने महिला हॉकी और अन्य खेलों को पहचान दिलाने में बड़ी भूमिका निभाई।