कमेंटेटर बने पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने हाल ही में एक दिलचस्प खुलासा किया है, जिससे क्रिकेट जगत में चर्चा तेज़ हो गई है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के महान तेज़ गेंदबाज़ वकार यूनिस ने जसप्रीत बुमराह को अब तक का सबसे शानदार गेंदबाज़ माना है। चोपड़ा के अनुसार, वकार यूनिस का मानना है कि बुमराह दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ों में नंबर एक हैं।
जसप्रीत बुमराह: एक ऐसा गेंदबाज जिसकी तुलना नहीं की जा सकती
चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक दिलचस्प बातचीत का ज़िक्र किया, जो उन्होंने पाकिस्तान के दिग्गज गेंदबाज़ वकार के साथ की थी। चोपड़ा ने वकार से पूछा, “दुनिया भर में लोग वसीम अकरम की गेंदबाज़ी की विविधता और नियंत्रण की तारीफ़ करते हैं। वह शानदार गेंदबाज़ थे। क्या जसप्रीत बुमराह दाएं हाथ के वसीम अकरम जैसे नहीं हैं?”
लेकिन वकार का जवाब उम्मीद से भी ज़्यादा खास था। उन्होंने कहा, “नहीं, बुमराह हम सब से बेहतर हैं। जब हम उनकी उम्र के थे, तब हमारी सोच इतनी पक्की नहीं थी। उनका कौशल और सोच दोनों हमसे आगे हैं। मेरे नज़र में वह अब तक के सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ हैं।” वकार की यह बड़ी तारीफ़ बुमराह की खासियत को और भी उजागर करती है—खासतौर पर हाल ही में एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में उनके शानदार प्रदर्शन के बाद, जहाँ उन्होंने सिर्फ तीन टेस्ट मैचों में 14 विकेट लेकर सबको चौंका दिया था।
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बुमराह इस समय सभी प्रारूपों में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं: आकाश चोपड़ा
बुमराह को भले ही दुनियाभर से सराहना मिल रही हो, लेकिन कुछ फैंस उनके कार्यभार (वर्कलोड) प्रबंधन को लेकर आलोचना कर रहे हैं। आकाश चोपड़ा ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि बुमराह ने हाल की एक सीरीज़ में सिर्फ़ तीन मैच इसलिए खेले ताकि वह फिट रह सकें और चोट से बच सकें। लेकिन इस समझदारी भरे फैसले को लेकर भी लोगों ने सवाल उठाए। चोपड़ा ने याद दिलाया कि पहले बुमराह को कप्तानी के लिए उपयुक्त माना जा रहा था क्योंकि उन्होंने पर्थ में कप्तानी करते हुए भारत को जीत दिलाई थी, पर अब वही लोग उन्हें लेकर उलझन में हैं। उन्होंने नाराज़गी जताते हुए कहा कि “बूम बूम बुमराह से हमारे फैंस गुमराह हो गए हैं।” चोपड़ा ने बुमराह को एक “पीढ़ीगत प्रतिभा” बताया और कहा कि वह इस समय दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाज़ हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि अगर बुमराह साल में कुछ ही मैच खेलें लेकिन बड़े मुकाबलों में पूरी तरह फिट और प्रभावशाली रहें, तो यही भारत के लिए सबसे ज़रूरी है और इस तरह के खिलाड़ियों को संभालना बेहद अहम है।