पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। यह पूछताछ अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी वेबसाइट 1XBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की जा रही है। ईडी ने धन शोधन निवारण कानून (PMLA) के तहत उनका बयान दर्ज किया है। एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या रैना ने इस प्लेटफॉर्म का प्रचार करके लोगों को इस गैरकानूनी सट्टेबाजी से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
ईडी सुरेश रैना से पूछताछ क्यों कर रही है?
रैना को ईडी ने इसलिए समन भेजा है क्योंकि उन्हें शक है कि भारत में 1XBet पर बैन होने के बावजूद रैना ने इसका प्रचार किया होगा। अधिकारियों का कहना है कि जब कोई मशहूर शख्स ऐसे ऐप्स का समर्थन करता है, तो लोग उसे ज़्यादा भरोसेमंद मानने लगते हैं और उसकी तरफ खिंच जाते हैं। जांच एजेंसी का मानना है कि 1XBet कई नियमों और सरकारी आदेशों को तोड़कर चल रहा है, इसलिए वह ईडी की कार्रवाई का एक बड़ा निशाना बना हुआ है।
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क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट के खिलाफ ईडी की कार्रवाई का इतिहास
रैना को जो समन भेजा गया है, वह ईडी के उस बड़े अभियान का हिस्सा है जिसका मकसद सट्टेबाजी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क को खत्म करना है। साल 2024 में ईडी ने आईपीएल मैचों पर सट्टेबाजी से जुड़े मामलों में ₹337 करोड़ की संपत्ति ज़ब्त की थी। एजेंसी अब मशहूर लोगों से पूछताछ कर यह जानना चाहती है कि क्या इन लोगों का अवैध सट्टेबाजी ऐप्स के प्रचार से कोई सीधा संबंध है और क्या ये प्रचार मनी लॉन्ड्रिंग चेन का हिस्सा हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में सट्टेबाजी बहुत खतरनाक स्तर तक पहुंच चुकी है। अनुमान है कि करीब 22 करोड़ लोग ऐसे सट्टेबाजी ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, जिनमें से आधे नियमित रूप से इसमें भाग लेते हैं। सिर्फ 2025 के पहले तीन महीनों में ही इन प्लेटफॉर्म्स पर 1.6 अरब से ज़्यादा बार विज़िट की गई।