• भारत सरकार ने हाल ही में ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन और विनियमन विधेयक, 2025 पेश किया है।

  • इस विधेयक में ड्रीम11, माई11सर्किल और एमपीएल जैसे फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म सहित सभी ऑनलाइन मनी गेम्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया।

ड्रीम11 जैसे रियल-मनी गेमिंग ऐप्स पर प्रतिबंध भारत में क्रिकेट प्रशंसकों को कैसे बदल सकता है?
ड्रीम11 प्रतिबंध (फोटो: X)

भारत में हाल ही में लागू हुए ऑनलाइन गेमिंग प्रमोशन और रेगुलेशन बिल 2025 के बाद रियल-मनी गेम्स (पैसे लगाकर खेले जाने वाले गेम्स) पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस फैसले ने देश में क्रिकेट और ऑनलाइन गेमिंग की दुनिया में बड़ा बदलाव ला दिया है। फैंटेसी स्पोर्ट्स की जानी-मानी कंपनी ड्रीम11, जो भारतीय क्रिकेट टीम की बड़ी प्रायोजक भी है, ने सरकार के इस कदम के चलते अपने पेड कॉन्टेस्ट (पैसे वाले गेम्स) रोक दिए हैं।

यह बदलाव ना सिर्फ तेजी से बढ़ते फैंटेसी स्पोर्ट्स उद्योग को प्रभावित करेगा, बल्कि करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों के खेलने और जुड़ने के तरीके को भी बदल देगा। अब फैंस की भागीदारी, स्पॉन्सरशिप के तरीके और क्रिकेट से जुड़ने का अनुभव, सब कुछ नया रूप लेने वाला है।

 

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ऑनलाइन मनी गेम्स पर प्रतिबंध से भारत में क्रिकेट प्रशंसकों की संख्या में तीन तरह से बदलाव आ सकता है:

1. प्रशंसकों की भागीदारी में कमी
पैसे वाले फैंटेसी खेलों और ऐप्स ने क्रिकेट फैंस को खेल से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई। लोग अपनी फैंटेसी टीमें बनाकर नकद इनाम जीत सकते थे, जिससे मैचों में उनकी रुचि और उत्साह बढ़ता था। अब जब असली पैसे वाले फैंटेसी गेम्स पर रोक लग गई है, तो इस तरह का रोमांच और सीधा जुड़ाव कम हो जाएगा। जो फैंस प्रतिस्पर्धा और इनाम की वजह से मैचों को ध्यान से देखते थे, उनका उत्साह कम हो सकता है। इससे आईपीएल जैसे टूर्नामेंटों की दर्शक संख्या और चारों तरफ का जोश भी घट सकता है। हालांकि, अब सब्सक्रिप्शन या फ्री-टू-प्ले गेम्स जैसे विकल्प आ सकते हैं, लेकिन ये उतना मज़ा और जुड़ाव नहीं दे पाएंगे जितना असली पैसे वाले गेम्स देते थे।

2. क्रिकेट से जुड़ी सामग्री में बदलाव
फैंटेसी गेम्स के चलते क्रिकेट विश्लेषण, भविष्यवाणी, ट्यूटोरियल और टिप्स जैसी बहुत सी ऑनलाइन सामग्री बनने लगी थी। इससे कंटेंट क्रिएटर्स को काम और फैंस को जानकारी मिलती थी। अब जब पेड फैंटेसी खेल बंद हो गए हैं, तो इस तरह की सामग्री की मांग घट सकती है। इसका असर यूट्यूब, सोशल मीडिया और ब्लॉग्स पर दिखेगा, जहां क्रिकेट को लेकर चर्चाएं और रणनीतियाँ कम हो सकती हैं। फैंस अब शायद सिर्फ देखने वाले बनकर रह जाएं, न कि सोच-समझकर खेलने वाले। इससे क्रिकेट के साथ उनका जुड़ाव भी पहले जैसा न रहे।

3. जमीनी स्तर के क्रिकेट को झटका
ड्रीम11 जैसे बड़े फैंटेसी प्लेटफॉर्म सिर्फ ऑनलाइन गेमिंग ही नहीं करते थे, बल्कि छोटे क्रिकेट टूर्नामेंटों, जमीनी स्तर की लीगों और युवा प्रतिभाओं को भी स्पॉन्सर करते थे। इन प्लेटफॉर्म्स से मिलने वाले पैसे से कई राज्य स्तरीय टूर्नामेंट और प्रतिभा खोज कार्यक्रम चलते थे। अब जब इन प्लेटफॉर्म्स की कमाई रुक गई है, तो छोटे स्तर के क्रिकेट को मिलने वाली मदद भी कम हो सकती है। इससे युवा खिलाड़ियों को मौका मिलने में दिक्कत हो सकती है और भारत के अलग-अलग इलाकों में क्रिकेट फैंस की भागीदारी भी घट सकती है।

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श्रेणी:: ड्रीम11 टीम फीचर्ड भारत

लेखक के बारे में:
क्रिकेट की दुनिया में जीते हैं। इस खेल के बारे में लिखना और देखना दोनों पसंद... धोनी के बहुत बड़े प्रशंसक। जुनूनी क्रिकेट राइटर जो दिलचस्प कंटेंट तैयार करने से पीछे नहीं हटते। पुलकित से संपर्क करने के लिए pulkittrigun@crickettimes.com पर मेल करें।