दलीप ट्रॉफी 2025 के दूसरे क्वार्टर-फ़ाइनल के पहले दिन सेंट्रल ज़ोन के बल्लेबाज़ों का दबदबा देखने को मिला। दानिश मालेवार और कप्तान रजत पाटीदार ने नॉर्थ ईस्ट ज़ोन के ख़िलाफ़ शानदार शतक लगाए और मिलकर एक बड़ी साझेदारी की। दोनों बल्लेबाज़ों ने शुरुआत से ही आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए विपक्षी गेंदबाज़ों को कोई मौका नहीं दिया और टीम को मज़बूती से आगे बढ़ाया। उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत सेंट्रल ज़ोन ने दिन का खेल मज़बूत स्थिति में ख़त्म किया और अब उनकी टीम बढ़त बनाने की दिशा में है।
दानिश मालेवार और रजत पाटीदार ने सेंट्रल जोन को दिलाई मजबूत शुरुआत
21 वर्षीय मालेवार पहले दिन के असली हीरो रहे। दिन का खेल खत्म होने तक वे 198 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने 219 गेंदों का सामना करते हुए धैर्य के साथ-साथ खूबसूरत शॉट्स भी लगाए। उनकी शानदार पारी में 35 चौके और एक छक्का शामिल था, जिससे उनके बेहतरीन टाइमिंग और दमदार स्ट्रोक्स का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। मालेवार ने विपक्षी गेंदबाजों को पूरी तरह से बैकफुट पर ला दिया और उन्हें कोई मौका नहीं दिया। वहीं कप्तान पाटीदार ने भी बता दिया कि उन्हें घरेलू क्रिकेट के सबसे धमाकेदार बल्लेबाज़ों में क्यों गिना जाता है। चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आए पाटीदार ने सिर्फ 96 गेंदों में 125 रन बना डाले। उनकी पारी में 21 चौके और 3 शानदार छक्के शामिल थे। उन्होंने तेज़ और आक्रामक बल्लेबाज़ी करते हुए गेंदबाज़ों को पूरी तरह परेशान कर दिया।दोनों बल्लेबाज़ों की बेहतरीन पारियों की बदौलत सेंट्रल ज़ोन मज़बूत स्थिति में पहुंच गया है।
यह भी पढ़ें: केएल राहुल और मोहम्मद सिराज टीम में क्यों नहीं? बीसीसीआई ने केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को दलीप ट्रॉफी टीम से बाहर रखने पर राज्य बोर्डों को लिखा पत्र
पूर्वोत्तर के गेंदबाजों के लिए थकान भरी पारी
उत्तर-पूर्व क्षेत्र के गेंदबाजों के लिए यह दिन काफी कठिन और थकाऊ साबित हुआ। मध्य क्षेत्र के बल्लेबाज़ों की आक्रामक बल्लेबाज़ी के चलते गेंदबाज़ लगातार दबाव में रहे और लय नहीं पकड़ पाए।
आकाश चौधरी ने किफायती गेंदबाज़ी जरूर की, लेकिन 17 ओवर में सिर्फ एक विकेट ही निकाल सके। फ़ेरोइजम जोतिन को भी एक सफलता मिली, पर बाकी गेंदबाज़ों के लिए यह दिन बेहद निराशाजनक रहा। वे न तो विकेट ले पाए और न ही रन रोक सके। बल्लेबाज़ों ने पूरे मैदान में शॉट लगाए, जिससे साफ पता चलता है कि उत्तर-पूर्व के गेंदबाज़ मध्य क्षेत्र की शानदार बल्लेबाज़ी के सामने संघर्ष करते रहे।