• पैट कमिंस आगामी सीमित ओवरों के मैचों में नहीं खेल पाएंगे।

  • ऑस्ट्रेलिया जल्द ही टी20आई और एकदिवसीय श्रृंखला के लिए न्यूजीलैंड का दौरा करेगा।

न्यूजीलैंड दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया की सफेद गेंद टीम में पैट कमिंस क्यों नहीं? जानिए वजह
न्यूजीलैंड दौरे के लिए ऑस्ट्रेलिया की सफेद गेंद टीम में पैट कमिंस क्यों नहीं? (फोटो: X.com)

ऑस्ट्रेलिया अपनी आने वाली सफेद गेंद की सीरीज़ के लिए कप्तान पैट कमिंस के बिना न्यूज़ीलैंड जाएगा। मेडिकल स्कैन से पता चला है कि उनकी पीठ के निचले हिस्से की हड्डी में खिंचाव है। हालांकि यह कोई गंभीर चोट (जैसे स्ट्रेस फ्रैक्चर) नहीं है, फिर भी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की मेडिकल टीम उनकी हालत को ध्यान से संभाल रही है ताकि आगे कोई बड़ी परेशानी न हो।

यह दिक्कत वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के बाद सामने आई, जहाँ कमिंस ने बहुत ज्यादा गेंदबाज़ी की थी। हड्डियों में खिंचाव कई बार बड़ी चोट का संकेत होता है। और क्योंकि कमिंस को पहले भी पीठ की समस्या रही है, इसलिए चयनकर्ताओं ने सावधानी बरती है और उन्हें आराम दिया गया है।

पैट कमिंस न्यूजीलैंड और भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के मैचों में नहीं खेलेंगे

कमिंस अब न सिर्फ़ न्यूज़ीलैंड दौरे से बाहर हो गए हैं, बल्कि भारत के खिलाफ होने वाली वनडे और टी20 सीरीज़ में भी नहीं खेलेंगे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने साफ़ किया है कि आने वाले कुछ महीनों तक वे कोई वनडे या टी20 इंटरनेशनल मैच नहीं खेलेंगे। अब टीम का ध्यान उनकी ठीक होने की प्रक्रिया और लंबे समय तक खेलने की तैयारी पर है।

यह खबर 31 साल के कमिंस के लिए थोड़ी चिंता की बात है, क्योंकि अपने करियर की शुरुआत में उन्हें ऐसी ही पीठ की चोटों की वजह से करीब छह साल तक टेस्ट क्रिकेट से बाहर रहना पड़ा था। लेकिन वापसी के बाद से वे ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ी के सबसे अहम खिलाड़ी बन चुके हैं, और इसलिए उनकी फिटनेस को बनाए रखना टीम की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।

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चयनकर्ता कमिंस की फिटनेस को प्राथमिकता क्यों दे रहे हैं?

कमिंस को आराम देने का फैसला इस साल नवंबर में होने वाली एशेज सीरीज़ को ध्यान में रखकर लिया गया है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड की मेज़बानी करेगा। यह पांच टेस्ट मैचों की बड़ी सीरीज़ होगी और टीम प्रबंधन इसे साल का सबसे अहम टूर्नामेंट मानता है। इसलिए यह जरूरी है कि कप्तान कमिंस पूरी तरह से फिट और तरोताज़ा रहें। कमिंस ने भी माना है कि उनका फोकस लंबे समय के लिए लाल गेंद वाले क्रिकेट (टेस्ट मैचों) पर है। सीमित ओवरों की सीरीज़ से बाहर रहकर उन्हें रिहैबिलिटेशन (चोट से उबरने) और टेस्ट मैचों की कठिन तैयारी के लिए पूरा समय मिलेगा।

कमिंस की गैरमौजूदगी में ऑस्ट्रेलिया के चयनकर्ता अब न्यूज़ीलैंड और भारत के दौरों के लिए तेज़ गेंदबाज़ी विकल्पों को आज़माएंगे। मिचेल स्टार्क, जोश हेज़लवुड, सीन एबॉट और नाथन एलिस जैसे गेंदबाज़ सभी फॉर्मेट में खेलने के दावेदार हैं। इससे टीम को न केवल अपनी बेंच स्ट्रेंथ (बैकअप खिलाड़ियों की ताकत) परखने का मौका मिलेगा, बल्कि सीनियर गेंदबाज़ों का वर्कलोड (कार्यभार) भी बेहतर तरीके से मैनेज किया जा सकेगा।

हालांकि कमिंस की कप्तानी और गेंदबाज़ी की कमी ज़रूर महसूस होगी, लेकिन यह छोटा समायोजन 2026 T20 वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंटों से पहले सही बैकअप ढूंढने में मदद करेगा। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने साफ़ कर दिया है कि उनकी रणनीति लंबे समय के खिलाड़ी प्रबंधन पर आधारित है। कमिंस के लिए सबसे जरूरी है कि वे अपनी मौजूदा चोट को और खराब न होने दें, क्योंकि कोई भी नया झटका एशेज और उसके बाद की सीरीज़ में उनके खेलने पर असर डाल सकता है। मेडिकल टीम उनकी हालत पर नज़र रखेगी और उनके लिए एक विशेष रिहैब प्लान तैयार किया जाएगा। इसका मकसद यह है कि कमिंस धीरे-धीरे गेंदबाज़ी की रफ्तार पकड़ें और एशेज तक पूरी तरह फिट होकर अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटें।

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श्रेणी:: ऑस्ट्रेलिया पैट कमिंस फीचर्ड

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