पाकिस्तान महिला टीम और दक्षिण अफ्रीका महिला टीम के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज़ 16 सितंबर 2025 से लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में शुरू होगी। सभी मैच इसी मैदान पर खेले जाएँगे। दोनों टीमें 50 ओवर के फॉर्मेट में दम दिखाने और जीत हासिल करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
लाहौर में नई ऊर्जा के साथ उतरेगी पाकिस्तान महिला टीम
युवा ऑलराउंडर फातिमा सना की कप्तानी में पाकिस्तान इस सीरीज़ में ताज़गी और नए इरादों के साथ उतर रहा है। टीम ने नए खिलाड़ियों को अनुभव के साथ मिलाकर एक मजबूत दल बनाया है, जो साउथ अफ्रीका जैसी मज़बूत टीम को चुनौती देने के लिए तैयार है। सिदरा अमीन और मुनीबा अली का काम अच्छी शुरुआत देना होगा। वहीं आलिया रियाज़ और ओमैमा सोहेल मिडिल ऑर्डर में टिककर खेल संभालेंगी और ज़रूरत पड़ने पर रन गति बढ़ाएंगी।
गेंदबाज़ी में फातिमा सना और डायना बेग नई गेंद से शुरुआती सफलता दिलाने की कोशिश करेंगी। स्पिनर नशरा सुंधू और सादिया इकबाल मिडिल ओवरों में अहम भूमिका निभाएंगी, खासकर जब सामने साउथ अफ्रीका के आक्रामक बल्लेबाज़ हों। यह पूरी सीरीज़ लाहौर में खेली जाएगी।
दक्षिण अफ्रीका की चुनौती: अनुभवी टीम की नजरें दबदबे पर
दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम अपनी संतुलित खेल शैली के लिए जानी जाती है और अब लाहौर पहुँची है। टीम में लॉरा वोल्वार्ड्ट, मारिज़ैन काप और अयाबोंगा खाका जैसी बड़ी खिलाड़ी मौजूद हैं। उनके पास मजबूत बल्लेबाज़ी और घातक गेंदबाज़ी दोनों हैं, जो पाकिस्तान के लिए बड़ी परीक्षा साबित हो सकती हैं। खासकर उनका तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण पाकिस्तानी पिचों पर मुश्किलें खड़ी कर सकता है, जहाँ शुरुआत में गेंदबाज़ों को मदद मिलती है।
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दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए पाकिस्तान की शीर्ष पसंद प्लेइंग-XI
1. सिदरा अमीन
- भूमिका: सलामी बल्लेबाज
- ताकत: लगातार रन बनाने वाला खिलाड़ी, लंबी पारी खेलने की क्षमता और शीर्ष क्रम को संभालने की क्षमता।
- उम्मीदें: पाकिस्तान अपनी बल्लेबाजी की रीढ़ सिदरा से उम्मीद करेगा। उनसे नई गेंद का सावधानी से सामना करने, एक मज़बूत नींव रखने और पारी के अंत तक बल्लेबाजी करने की उम्मीद है। स्पिनरों और तेज़ गेंदबाज़ों दोनों के ख़िलाफ़ स्ट्राइक रोटेट करने की उनकी क्षमता स्थिर साझेदारियाँ बनाने में अहम होगी, जिससे पाकिस्तान शुरुआती झटकों से बच सके और दक्षिण अफ़्रीका पर स्कोरबोर्ड का दबाव बना रहे।
2. मुनीबा अली (वीसी)
- भूमिका: सलामी बल्लेबाज और विकेटकीपर
- ताकत: बाएं हाथ से स्ट्रोक लगाने वाला, पावरप्ले में आक्रामक, तथा स्टंप के पीछे विश्वसनीय विकेटकीपर।
- उम्मीदें: मुनीबा से पहले 10 ओवरों में दक्षिण अफ़्रीकी तेज़ गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ निडर होकर खेलते हुए लय हासिल करने की उम्मीद है। एक विकेटकीपर के तौर पर, उन्हें उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में स्पिनरों का साथ देने के लिए भी सतर्क रहना होगा, जहाँ स्टंपिंग और कैच मैच का रुख बदल सकते हैं। उप-कप्तान के तौर पर उनकी भूमिका युवा खिलाड़ियों का मार्गदर्शन करने और मैदान पर शांत संवाद सुनिश्चित करने की भी है।
3. एयमान फातिमा
- भूमिका: शीर्ष क्रम बल्लेबाज
- ताकत: युवा, निडर और स्वाभाविक रूप से आक्रामक, लाइनअप में ताजगी लाते हैं।
- उम्मीदें: इमैन पर अपने निडर रवैये को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी जारी रखने की ज़िम्मेदारी होगी, साथ ही मैच के हालात के हिसाब से अपनी पारी को गति देकर परिपक्वता दिखाने की भी। उनसे शुरुआती विकेट गिरने पर स्थिरता प्रदान करने की उम्मीद है, साथ ही जमने पर तेज़ी से रन बनाने की भी, ताकि बीच के अहम ओवरों में पाकिस्तान की रन गति कम न हो।
4. आलिया रियाज़
- भूमिका: मध्यक्रम बल्लेबाज और ऑलराउंडर
- ताकत: पावर-हिटर, खेल को समाप्त करने में माहिर, तथा मध्यम गति की गेंदबाजी में योगदान दे सकता है।
- उम्मीदें: आलिया से अपने अनुभव के दम पर दबाव भरे हालातों को संभालने की उम्मीद की जाएगी। उनकी फिनिशिंग क्षमता उन्हें आखिरी 10 ओवरों में अहम बनाती है, जहाँ वह अपने बड़े शॉट लगाने के हुनर से मैच का रुख बदल सकती हैं। गेंदबाजी में, उनसे साझेदारियाँ तोड़ने और कप्तान को अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प देने की उम्मीद है। एक वरिष्ठ खिलाड़ी होने के नाते, उनकी मौजूदगी से मुश्किल समय में युवा साथियों में आत्मविश्वास बढ़ेगा।
5. ओमैमा सोहेल
- भूमिका : मध्यक्रम बल्लेबाज
- ताकत: कॉम्पैक्ट तकनीक, स्पिन और तेज दोनों के खिलाफ विश्वसनीय, और उपयोगी ऑफ स्पिनर।
- उम्मीदें : ओमैमा से मध्यक्रम में स्थिरता लाने की उम्मीद है। अगर पाकिस्तान जल्दी विकेट खो देता है, तो उसे धैर्यपूर्वक पुनर्निर्माण करना होगा। दूसरी ओर, अगर टीम मज़बूत स्थिति में है, तो उसे स्ट्राइक रोटेट करनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सेट बल्लेबाज़ हावी रहें। उसकी ऑफ-स्पिन रन गति को धीमा करने और नियंत्रण प्रदान करने में महत्वपूर्ण होगी, खासकर आक्रामक मध्यक्रम के दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ों के खिलाफ।
6. नतालिया परवेज
- भूमिका : मध्यक्रम बल्लेबाज
- ताकत : अनुकूलनशील बल्लेबाज जो स्ट्राइक रोटेट कर सकता है और संकट के क्षणों में दबाव को संभाल सकता है।
- उम्मीदें: नतालिया से पाकिस्तान के निचले मध्यक्रम में संयम लाने की उम्मीद की जाएगी। उनकी भूमिका जमी हुई बल्लेबाज़ों के साथ साझेदारी बनाने में होगी और साथ ही यह सुनिश्चित करना होगा कि पारी की गति कम न हो। लक्ष्य का पीछा करते हुए, उन्हें दबाव झेलना होगा और परिस्थिति के अनुसार खेलना होगा, जबकि पहली पारी में, उन्हें अंतिम ओवरों में समझदारी भरी बल्लेबाज़ी करके पाकिस्तान को मज़बूती से जीत दिलाने में मदद करनी होगी।
7. फातिमा सना (c)
- भूमिका: गेंदबाजी ऑलराउंडर (दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज)
- ताकत: स्विंग और नियंत्रण के साथ नई गेंद का गेंदबाज, साथ ही निचले क्रम में उपयोगी हिटिंग।
- उम्मीदें: कप्तान के तौर पर, फ़ातिमा से उम्मीद की जा रही है कि वह अपनी गेंदबाज़ी से आगे बढ़कर नेतृत्व करेंगी, शुरुआत में ही बढ़त हासिल करेंगी और पाकिस्तान के लिए लय तय करेंगी। उन्हें अपने संसाधनों का अच्छा प्रबंधन करना होगा, गेंदबाज़ों को चतुराई से रोटेट करना होगा और रणनीतिक सजगता दिखानी होगी। बल्ले से, उनसे निचले क्रम में एक योद्धा की भूमिका निभाने और महत्वपूर्ण रन बनाने की उम्मीद है। उनकी नेतृत्व क्षमता पर सबकी नज़र रहेगी और दबाव की परिस्थितियों में टीम को प्रेरित करने की उनकी क्षमता एक निर्णायक कारक होगी।
8. डायना बेग
- भूमिका: तेज गेंदबाज
- ताकत: अनुभवी तेज गेंदबाज जो गति उत्पन्न करता है और आक्रामक गेंदबाजी करता है।
- उम्मीदें: डायना को नई गेंद के साथ फ़ातिमा सना के साथ स्ट्राइकर के रूप में देखा जाएगा। उनसे पाकिस्तान को शुरुआती सफलता दिलाने, दक्षिण अफ़्रीका के शीर्ष क्रम को झकझोरने और बीच के ओवरों में अपने दूसरे स्पेल में तेज़ी बनाए रखने की उम्मीद है। उनका अनुभव युवा तेज़ गेंदबाज़ों का मार्गदर्शन करने और कठिन परिस्थितियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा जहाँ नियंत्रण और अनुशासन की आवश्यकता होती है।
9. नशरा सुंधु
- भूमिका: बाएं हाथ के स्पिनर
- ताकत : मध्य ओवरों में सटीक, किफायती और विकेट लेने वाला विकल्प।
- उम्मीदें : नशरा का काम रनों के प्रवाह को नियंत्रित करना और बीच के ओवरों में दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी की लय को बिगाड़ना होगा। उनसे लंबे, किफायती स्पैल फेंकने और दबाव बनाने की उम्मीद की जाएगी जिससे विकेट मिल सकें। पाकिस्तान उन पर दक्षिण अफ्रीका के प्रमुख बल्लेबाजों को आउट करने का भरोसा करेगा, खासकर उन बल्लेबाजों को जो पावरप्ले के बाद अपनी स्थिति मजबूत करना चाहते हैं, जिससे वह इस एकादश की सबसे महत्वपूर्ण गेंदबाजों में से एक बन जाएँगी।
10. सादिया इकबाल
- भूमिका: बाएं हाथ के स्पिनर
- ताकत: चुस्त लाइन और लंबाई, दाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ प्रभावी।
- उम्मीदें: सादिया से उम्मीद की जाएगी कि वह नशरा का साथ दें और बीच के ओवरों में स्पिन पर पकड़ बनाएँ। अपनी लाइन और लेंथ में अनुशासन बनाए रखकर, वह बल्लेबाजों को गलतियाँ करने पर मजबूर कर सकती हैं। टर्न के अनुकूल परिस्थितियों में, दक्षिण अफ्रीका के आक्रामक बल्लेबाजों पर लगाम लगाने में उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। उनसे ऐसे समय में गेंदबाजी करने की भी उम्मीद है जब विरोधी टीम गति पकड़ रही हो और दबाव बनाकर विकेट हासिल कर रही हो।
11. शवाल ज़ुल्फ़िकार
- भूमिका : ऑलराउंडर (बल्लेबाजी पर ध्यान और अंशकालिक गेंदबाजी)
- ताकत: आक्रामक इरादे और क्षेत्ररक्षण ऊर्जा वाला होनहार युवा।
- उम्मीदें : शवाल से पाकिस्तान के निचले क्रम में ऊर्जा और निडरता लाने की उम्मीद है। बल्ले से, वह अंतिम ओवरों में तेज़ी से रन बना सकती हैं, जबकि मैदान में, उनकी चपलता महत्वपूर्ण बाउंड्री बचाकर दबाव बनाने में मददगार साबित हो सकती है। एक उभरती हुई ऑलराउंडर के रूप में, उनसे इस सीरीज़ का इस्तेमाल दक्षिण अफ्रीका जैसी शीर्ष टीम के खिलाफ अनुभव हासिल करने, बड़े मैचों के दबाव को संभालने और सार्थक योगदान देने का तरीका सीखने के लिए करने की उम्मीद है।