• ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन ने हाल ही में टेस्ट टीम से अपना स्थान खो दिया।

  • पूर्व नंबर एक बल्लेबाज भारतीय दिग्गज के आक्रामक, सरल दर्शन से प्रेरणा ले रहे हैं।

एशेज 2025-26: मार्नस लाबुशेन ने बताया, किस भारतीय दिग्गज से ले रहे हैं प्रेरणा!
मार्नस लाबुशेन और एशेज 2025-26 (फोटो: X)

ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम से बाहर होने के कठिन दौर के बाद मार्नस लाबुशेन अब अपने करियर को फिर से पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले 18 महीनों में उनकी फॉर्म काफी गिर गई, लेकिन वह टीम में वापसी के लिए मेहनत कर रहे हैं। इसके बावजूद उनके टेस्ट करियर का औसत अभी भी 46 है, जो उनकी मजबूती दिखाता है। 2019 से 2023 तक वह दुनिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज़ों में गिने जाते थे। अब 31 साल की उम्र में, वह उस सुनहरे दौर का आत्मविश्वास वापस पाने के लिए नए कदम उठा रहे हैं।

सहवाग की निडर सोच से लाबुशेन को मिली नई प्रेरणा

पूर्व नंबर-1 बल्लेबाज़ लाबुशेन भारतीय दिग्गज वीरेंद्र सहवाग के आक्रामक और सीधे-सादे दर्शन से प्रेरणा ले रहे हैं। यह नया और बेहतर तरीका, खुद को ‘टेक्नोक्रेट’ कहने वाले इस खिलाड़ी के लिए एक बड़ा बदलाव है, क्योंकि उनका लक्ष्य एशेज 2025-26 से पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम में अपनी जगह फिर से हासिल करना है।

लाबुशेन का दृढ़ संकल्प साफ़ दिखता है क्योंकि वह एशेज सीरीज़ से ठीक पहले अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटने पर नज़र गड़ाए हुए हैं। उन्होंने खुलकर स्वीकार किया है कि उनकी पिछली सफलता एक सरल और सहज दृष्टिकोण पर आधारित थी। अब वह उसी मानसिकता को वापस पाना चाहते हैं। लाबुशेन सहवाग की प्रतिभा को पहचानते हैं, जिनका दर्शन निडर आक्रामकता पर टिका था। उन्होंने कहा, “सहवाग एक अद्भुत खिलाड़ी थे और उनकी नज़र कमाल की थी। ज़ाहिर है, सहवाग का तरीका गेंद को लेना और उसे खेलना था। मेरे लिए यह एक अहम पहलू है।”

लाबुशेन अब इसी बेबाक मानसिकता पर लौटना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मैं गर्मियों की शुरुआत तक वहीं पहुँचना चाहता हूँ, जहाँ मैं अपनी तकनीक को लेकर इतना स्पष्ट और आश्वस्त हो जाऊँ कि गेंद को देखने, उसे हिट करने और अपने खेल पर भरोसा करने और सब कुछ सही जगह पर होने के अलावा मुझे और कुछ सोचने की ज़रूरत ही न रहे। यही मेरा लक्ष्य है। वहाँ तक पहुँचना ही एक कदम है।” इस नए “स्मार्ट” दृष्टिकोण ने उनके प्रशिक्षण में भी बदलाव किए हैं। लाबुशेन ने बताया, “पिछले कुछ हफ़्तों में मैंने थोड़ा कम साइड-आर्म का सामना करने और ज़्यादा गेंदबाज़ों का सामना करने पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की है, ताकि जिन गेंदबाज़ों का मैं सामना करता हूँ, उनके साथ मेरी गतिविधियाँ एकरूप हो सकें।”

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इंग्लैंड के खिलाफ 2025-26 एशेज से पहले अपनी जगह वापस पाने के लिए लाबुशेन पहले से कहीं ज्यादा उत्सुक

पिछले 18 महीनों के निराशाजनक दौर के बावजूद, मार्नस लाबुशेन को अपनी फॉर्म में वापसी का पूरा भरोसा है। वह हमेशा अपने लिए ऊँचे मानक तय करते हैं, क्योंकि उन्हें यक़ीन है कि वह फिर से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “सौ प्रतिशत। मैं खुद से यही उम्मीद करता हूँ। यही मेरा वर्तमान मानक है। ज़ाहिर है, पिछले 18 महीने बिल्कुल भी परफेक्ट नहीं रहे हैं। लेकिन इसका फ़ायदा यह है कि मैंने पहले काफ़ी रन बनाए हैं और लंबे समय तक निरंतरता दिखाई है। मैं समझता हूँ कि कभी-कभी आपके प्रदर्शन में गिरावट आती है, लेकिन उससे उबरने और टीम में वापसी का तरीका अलग होता है।”

अपनी मौजूदा स्थिति को स्वीकार करते हुए लाबुशेन ने वापसी की अपनी गहरी इच्छा भी जताई। उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि अभी मैं टीम से थोड़ा बाहर हूँ। यह ठीक है। मैं एक अलग स्थिति और माहौल में हूँ, लेकिन खुद को वापस पाने और दुनिया का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने के लिए पहले से कहीं ज़्यादा उत्सुक हूँ। कुछ साल पहले मैं वहीं था और अब मैं फिर से उसी जगह पहुँचना चाहता हूँ।” उनके इन मज़बूत शब्दों से साफ़ झलकता है कि लाबुशेन अपने खेल के शीर्ष पर जगह वापस पाने के लिए पूरी मेहनत करने को तैयार हैं।

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श्रेणी:: Ashes इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया फीचर्ड मार्नस लाबुशेन

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