रणजी ट्रॉफी 2022-23 में मंगलवार (3 जनवरी) से बंगाल और उत्तराखंड के बीच मैच खेला जा रहा है। इस मैच में एक खिलाड़ी के नाम खास उपलब्धि दर्ज हो गयी है। दरअसल, बंगाल की ओर से रणजी मैच खेलने वाले अभिमन्यु ईश्वरन अपने नाम के स्टेडियम में मैच खेल रहें हैं। बता दें, देहरादून में अवस्थित इस मैदान का नाम अभिमन्यु क्रिकेट अकादमी स्टेडियम है।
अभिमन्यु के पिता आरपी ईश्वरन ने साल 2005 में देहरादून में एक बड़ी ज़मीन ख़रीदी और उसमें क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण शुरू किया। आरपी को क्रिकेट में काफी दिलचस्पी थी और वह एक क्रिकेटर बनना चाहते थे। हालाँकि ऐसा नहीं हुआ और इसके बाद आरपी ने अपने बेटे अभिमन्यु को क्रिकेटर बनाने की ठान ली। यह आरपी का क्रिकेट के प्रति जूनून ही था, जो उन्होंने स्टेडियम निर्माण करने का निर्णय लिया और इसे पूरा भी किया।
ईश्वरन ने पीटीआई से बातचीत में कहा, “मुझे नहीं लगता कि (खिलाड़ियों के नाम पर मैदान पर खेलने के) ऐसे कुछ ख़ास उदाहरण हैं, लेकिन मेरे लिए यह कोई उपलब्धि नहीं है। स्टेडियम ‘सिर्फ़ मेरे बेटे के लिए नहीं’ है। हां, यह अच्छा लगता है, लेकिन असली उपलब्धि तब होगी जब मेरा बेटा भारत के लिए 100 टेस्ट खेल सके। यह एक ऐसा स्टेडियम है जिसे मैंने खेल के प्रति अपने जुनून के कारण बनाया है, न कि केवल अपने बेटे के लिए।”
गौरतलब है कि, हाल ही में हुए टीम इंडिया के बांग्लादेश दौरे पर अभिमन्यु को भारतीय टीम का हिस्सा बनाया गया था। हालाँकि 27 वर्षीय इस खिलाड़ी को अब तक राष्ट्रीय टीम में पदार्पण करने का मौका नहीं मिला है। वहीं मैदान में उतरने से पहले अभिमन्यु ने समाचार एजेंसी को बताया “इस मैदान पर मैंने बचपन में क्रिकेट सीखा है और अब इसी मैदान पर रणजी मैच खेलना मेरे लिए गर्व का क्षण है। यह ईश्वरन के प्यार और कड़ी मेहनत का नतीज़ा है। घर आना हमेशा एक शानदार अहसास होता है, लेकिन एक बार जब आप मैदान पर होते हैं, तो ध्यान बंगाल के लिए मैच जीतने पर होता है।”
पूर्व क्रिकेटरों के नाम पर दुनिया भर में कई स्टेडियम हैं। अब तक वेस्टइंडीज के डैरन सैमी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने नाम के स्टेडियम में मैच खेला हो, लेकिन भारतीय खिलाड़ी के लिए यह पहला मौका है जब वह अपने नाम के स्टेडियम में मैच खेल रहा हो।