भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 12 वनडे व 3 टी20 मैच खेल चुके मनोज तिवारी ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने गुरुवार (3 अगस्त) को सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा की। बता दें कि वह वर्तमान में पश्चिम बंगाल के खेल और युवा मामलों के मंत्री हैं।
मनोज को पिछले 8 साल से टीम इंडिया में जगह नहीं मिली है। अपने करियर की शुरुआत में उन्होंने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा था। अब अपने संन्यास का ऐलान करते हुए मनोज ने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा – “इस खेल ने मुझे सब कुछ दिया है; मेरा मतलब हर उस चीज़ से है जिसके बारे में मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था, उस समय से शुरू जब मेरे जीवन को विभिन्न प्रकार की कठिनाइयों ने चुनौती दी थी।”
तिवारी ने अपनी की रिटायरमेंट का घोषणा करते हुए आगे लिखा , “मैं इस खेल और भगवान का हमेशा आभारी रहूंगा, जो हमेशा मेरे साथ रहे।”
बता दें, 35 वर्षीय बल्लेबाज ने आखिरी बार 2015 में जिम्बाब्वे में सीमित ओवरों की श्रृंखला के दौरान भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जहां उन्होंने तीन एकदिवसीय मैचों में 34 रन बनाए थे। राष्ट्रीय टीम में उनका सफर 2011-12 सीज़न के दौरान शानदार रहा जब उन्होंने चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ नाबाद 104 रनों की यादगार पारी खेली। हालाँकि, बाद में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। इसके अलावा, वह इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में एक प्रमुख नाम थे और कई फ्रेंचाइजी के लिए खेले।
बताते चले कि मनोज के नेतृत्व में बंगाल की टीम रणजी ट्रॉफी 2023 के फाइनल में पहुंची थी। हालांकि, फाइनल में सौराष्ट्र के खिलाफ बंगाल की टीम को हार का सामना करना पड़ा । मनोज ने 141 फर्स्ट क्लास मैचों में 48.56 की औसत से 9908 रन बनाए। इनमें 29 शतक और 45 अर्धशतक शामिल है।
यह भी पढ़ें: ‘अगर जसप्रीत बुमराह नहीं खेलेंगे तो हम हार जाएंगे…’, विश्व कप से पहले पूर्व क्रिकेटर का चौंकाने वाला बयान