क्रिकेट के क्षेत्र में भारत की प्रतिभा किसी से छुपी नहीं है, यहां ऐसे अनगिनत खिलाड़ी हैं जो दिन-रात मेहनत करके राष्ट्रीय टीम में जगह बनाना चाहते हैं।
भारतीय मूल के ऐसे कई खिलाड़ी हुए जिन्होंने विदेशी टीमों में अपना लोहा मनवाया।
विश्व कप 2023 में विभिन्न विदेशी टीमों के लिए योगदान दे रहे हैं ये 6 भारतीय मूल के खिलाड़ी:
विक्रमजीत पंजाब के जालंधर के रहने वाले हैं। उनके दादा खुशी चीमा 1980 के दशक में पंजाब से नीदरलैंड चले गए थे।
रवींद्र का नाम राहुल द्रविड़ और सचिन तेंदुलकर के नाम पर रखा गया था। उनके माता-पिता बेंगलुरु से हैं।
लुधियाना में जन्मे सोढ़ी के माता-पिता न्यूजीलैंड के साउथ ऑकलैंड में बस गए थे। सोढ़ी का पूरा नाम इंदरबीर सिंह सोढ़ी है।
एक हिंदू परिवार से आने वाले महाराज की पैतृक जड़ें भारत के सुल्तानपुर से जुड़ी हैं।
तेजा का जन्म आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में हुआ था। ईएसपीएन क्रिकइंफो के मुताबिक, तेजा 6 साल की उम्र में अपनी मां के साथ नीदरलैंड चले गए थे।
आर्यन पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले हैं। साल था 1980 का जब आर्यन का परिवार नीदरलैंड में बस गया।