• पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रमीज राजा ने नए प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

  • इंग्लैंड से टेस्ट सीरीज में ऐतिहासिक हार झेलने के बाद रमीज राजा को पीसीबी अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया था।

पीसीबी के अध्यक्ष पद से हटाए जाने पर भड़के रमीज राजा, बोली यह बड़ी बात
रमीज राजा (फोटो: ट्विटर)

पाकिस्तान की टीम को हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। बता दें, 17 साल बाद पाकिस्तान दौरे पर आई इंग्लिश टीम ने मेजबानों को टेस्ट सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया। जिसके बाद टीम को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। वहीं, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा को भी अपने पद से हाथ धोना पड़ गया। ऐसे में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी को पुरुष टीम का अंतरिम मुख्य चयनकर्ता और नजम सेठी को पीसीबी का अध्यक्ष बनाया गया है। इसी बीच पीसीबी के पूर्व अध्यक्ष रमीज ने नए प्रबंधन पर बड़ा आरोप लगाया है।

दरअसल, रमीज ने सेठी के पीसीबी अध्यक्ष बनाए जाने को एक राजनैतिक कदम बताया है। साथ ही उन्होंने इस फैसले को लेकर कहा है कि इसका क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है। रमीज ने अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो जारी कर कहा है कि “ऐसा इन्होंने किया क्रिकेट बोर्ड में आके। मेरा समान भी नहीं लेने दिया इन लोगों ने। सुबह ये नौ बजे, 17 बंदे धड़कते फिर रहे वे क्रिकेट बोर्ड में। जैसे की कोई एफआईए का छपा पड़ गया।”

रमीज ने आगे कहा “एक व्यक्ति, सेठी को फिट करने के लिए, उन्हें पूरे संविधान (पीसीबी के) को बदलना पड़ा। मैंने ऐसा दुनिया में कहीं भी नहीं देखा है। यह एक सीजन के बीच में किया गया है, जब टीमें पाकिस्तान का दौरा कर रही हैं। उन्होंने मुख्य चयनकर्ता को बदल दिया है, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेला था। रात में दो बजे, वह (सेठी) ट्वीट करते हैं कि रमीज राजा चले गए। यह मेरा खेल का मैदान है। यह दुखद है।”
“ऐसा बनाया गया है जैसे कोई मसीहा (सेठी) आया है, जो खेल को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। हम जानते हैं कि वह क्या कर रहा है। वह किसी भी कीमत पर सुर्खियां बटोरना चाहता है। उसका क्रिकेट से कोई लेना-देना नहीं है, और है उसने कभी बल्ला नहीं उठाया है। उन्होंने मुझे बीच में ही बदल दिया है। सीजन के बीच में, वे मिकी आर्थर को ला रहे हैं। सकलैन मुश्ताक का कार्यकाल वैसे भी जनवरी में समाप्त हो रहा था। सकलैन ने 50 के करीब टेस्ट खेले हैं, वह एक दिग्गज हैं। यह क्रिकेटरों के साथ सही व्यवहार नहीं है।”

वहीं अंत में रमीज ने मात्र 12 महीने के कार्यकाल के बाद उन्हें हटाये जाने को लेकर कहा है कि “निराशा होती है जब आपको 12 महीने के बाद बीच में ही हटने के लिए कहा जाता है, जबकि आपको तीन साल का कार्यकाल दिया गया था। यह एक राजनीतिक व्यक्ति को भरने के लिए है। यह क्रिकेट की मदद नहीं करेगा। इससे क्रिकेट बोर्ड, सिस्टम पर दबाव होता है। राष्ट्रीय टीम और कप्तान दबाव में आते हैं। संविधान को मजबूत होना चाहिए। यह केवल पाकिस्तान में होता है। मैं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस विषय को उठाता रहूंगा। यह एक मजाक बन गया है।”

बता दें, रमीज को बीते साल एहसान मनी के इस्तीफा देने के बाद बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया था। अब सेठी और अफरीदी के अलावा अब्दुल रज्जाक और राव इफ्तिखार अंजुम को चयन समिति का सदस्य बनाया गया है।

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टी-20 के दौर में टेस्ट के दीवाने.. विराट कोहली के बड़े प्रशंसक...बाकी स्पोर्ट्स जर्नलिज्म के बारीकियों को समझने समझाने में व्यस्त।अभिनय से संपर्क करने के लिए abhinay.pratap@crickettimes.com पर ईमेल करें।