क्रिकेट की दुनिया गुरुवार (25 जनवरी) को उस ऐतिहासिक पल की गवाह बनी जब मुंबई के खान बंधुओं सरफराज खान (Sarfaraz Khan) और मुशीर खान (Musheer Khan) ने एक ही दिन मैदान पर अपने लाजवाब प्रदर्शन से सुर्खियां बटोरीं।
इंडिया ए और इंग्लैंड लायंस के बीच अनाधिकारिक टेस्ट मैच में बड़े भाई सरफराज खान ने बल्ले से अपना जौहर दिखाया और दर्शकों को आश्चर्यचकित कर दिया। अनुभवी क्रिकेटर ने सनसनीखेज शतक जड़ते हुए सिर्फ 160 गेंदों पर 161 रन बनाए। सरफराज की पारी में 5 छक्के और शानदार 18 चौके शामिल थे, जो क्रिकेट के मैदान पर उनके प्रभुत्व को दर्शाता है।
जबकि सरफराज प्रथम श्रेणी क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इस शतक ने उनकी झोली में एक और उपलब्धि जोड़ दी है। अपने लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद, उन्होंने अभी तक भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण नहीं किया है, जिससे कई क्रिकेट विशेषज्ञ और प्रशंसक इस निर्णय के पीछे के तर्क के बारे में सोच रहे हैं।
सरफराज के छोटे भाई मुशीर खान ने आयरलैंड के खिलाफ अंडर-19 विश्व कप मैच में अपना नाम बनाया। प्रतिभाशाली युवा ने शानदार शतक बनाकर अपनी बल्लेबाजी क्षमता का प्रदर्शन किया। मुशीर की 106 गेंदों पर 118 रनों की पारी में 9 चौके और 4 छक्के शामिल थे, जो आक्रामक तरीके से खेलने और पारी बनाने की उनकी क्षमता को प्रदर्शित करता है।
एक ही दिन में खान बंधुओं के बेहतरीन प्रदर्शन ने क्रिकेट प्रशंसकों के बीच उत्साह बढ़ा दिया है और उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल किए जाने की संभावना को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सरफराज के अनुभव और अंडर-19 विश्व कप में मुशीर की शानदार पारी ने उच्च स्तर की प्रतिस्पर्धा के लिए इन दोनों की तैयारी के बारे में बहस को और तेज कर दिया है।
क्रिकेट विशेषज्ञ और प्रशंसक अब इन दोनों प्रतिभाशाली भाइयों की प्रशंसा कर रहे हैं। गुरुवार, 25 जनवरी, 2024 की तारीख निस्संदेह इतिहास में उस दिन के रूप में दर्ज की जाएगी, जिस दिन खान बंधुओं ने क्रिकेट की दुनिया पर एक अमिट छाप छोड़ी थी, और भारतीय क्रिकेट के ऊपरी क्षेत्रों तक उनकी यात्रा पहले से कहीं अधिक आसन्न लगती है।
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