आईपीएल 2025 ऑक्शन से पहले बीसीसीआई और आईपीएल टीमों की 31 जुलाई को बड़ी बैठक हुई। मुंबई में आयोजित मीटिंग में ऑक्शन से पहले रिटेंशन, रिलीज करने की संख्या सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुआ। इस दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरूख खान भी मौजूद रहे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मीटिंग के वक्त बॉलीवुड के ‘किंग खान’ की दूसरे आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिक के साथ बहस हो गई। बताया जा रहा है कि खान पंजाब किंग्स के सह-मालिक नेस वाडिया के पक्ष का विरोध किया। कहा जा रहा है कि जहां एक तरफ वाडिया बहुत ज्यादा रिटेंशन के खिलाफ थे ताकि नए-नए खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जा सके। माना जा रहा है कि इसकी बड़ी वजह पंजाब फ्रेंचाइजी की आईपीएल में लगातार मिली असफलता है।
दूसरी ओर, खान ज्यादा रिटेंशन के पक्ष में थे यानि वह अपनी टीम को पूरी तरह से टूटने देने के बिल्कुल भी मूड में नहीं हैं। चूंकि, कोलकाता की टीम आईपीएल 2024 चैंपियन बनी थी, ऐसे में ये फ्रेंचाइजी चाहती है कि वो ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को अगले सीजन में भी अपने साथ ही रखे।
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हैदराबाद की मालकिन ने की विदेशी खिलाड़ियों पर बैन की सिफारिश
बता दें कि सनराइजर्स हैदराबाद की मालकिन काव्या मारन ने मीटिंग में विदेशी खिलाड़ियों के ऐन वक्त पर आईपीएल खेलने से हाथ खींचने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि कुछ विदेशी खिलाड़ी ऑक्शन में तो आते हैं, लेकिन खेलने से मना कर देते है जिससे टीम को नुकसान उठाना पड़ता है। साथ ही जोर देकर कहा कि ऐसे खिलाड़ियों को लीग से ही बैन कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा, “नीलामी में फ्रेंचाइजियां अपना संयोजन बनाने के लिए काफी प्रयास करती हैं। अगर कोई खिलाड़ी नीलामी में कम कीमत पर बिकता है और बाद में नहीं आता है तो इससे टीम का संयोजन और संतुलन प्रभावित होता है। कई बार ऐसा हुआ है कि विदेशी खिलाड़ी इसी कारण से नीलामी में नहीं आए।” बहरहाल, कुछ दिनों के अंदर बीसीसीआई अंतिम फैसले पर पहुंचेगा। जय शाह की मानें तो सभी फ्रैंचाइजी मालिकों की राय को ध्यान में रखते हुए अंतिम निर्णय लिया जाएगा।