असलांका ने कोहली-सचिन की बराबरी की! बांग्लादेश के खिलाफ जड़ा धमाकेदार शतक

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असलांका ने कोहली-सचिन की बराबरी की! बांग्लादेश के खिलाफ जड़ा धमाकेदार शतक

आर. प्रेमदासा स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज़ के पहले वनडे में श्रीलंका के कप्तान चरिथ असलांका ने शुरुआती संकट से उबारते हुए अपनी टीम के लिए एक निर्णायक पारी खेली। शीर्ष क्रम के ढह जाने के बाद, उन्होंने दबाव में जबरदस्त परिपक्वता और उत्कृष्टता का परिचय दिया। संयमित स्ट्रोकप्ले और बल्ले से उनके नेतृत्व ने पारी को कई मोड़ों पर संभाला। यह सिर्फ़ कप्तान की पारी नहीं थी, बल्कि उस स्थान पर दिया गया एक बयान था, जिस पर अब वे सांख्यिकीय रूप से अपना दबदबा कायम कर चुके हैं।

चरिथ असलांका का ऐतिहासिक शतक

असलांका का शतक उस समय आया, जब श्रीलंका को उसकी सबसे अधिक ज़रूरत थी। 29/3 के स्कोर पर संघर्ष कर रही टीम के लिए क्रीज़ पर आए असलांका ने शुरुआत में धैर्य दिखाया और फिर धीरे-धीरे गियर बदला। उनकी 123 गेंदों में 106 रन की पारी धैर्य और आक्रामकता का बेहतरीन मेल थी, जिसमें 6 चौके और 4 छक्के शामिल थे।

उन्होंने कई अहम साझेदारियाँ कीं—विशेष रूप से जनिथ लियानागे, मिलन रथनायके और वानिंदु हसरंगा के साथ—और कभी भी पारी को नियंत्रण से बाहर नहीं जाने दिया। यह असलांका का पाँचवाँ वनडे शतक था और कप्तान के रूप में उनका पहला। इस पारी ने उन्हें एक मैच-विजेता के रूप में उभारा। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह रही कि यह उनका आर. प्रेमदासा स्टेडियम में चौथा वनडे शतक था, जिससे वे अब विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर और सनथ जयसूर्या के साथ इस प्रतिष्ठित मैदान पर सबसे अधिक वनडे शतक लगाने वाले खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं।

असलांका ने न सिर्फ पारी को संभाला, बल्कि श्रीलंका को एक प्रतिस्पर्धी स्कोर तक भी पहुँचाया। उनके शांतचित्त दृष्टिकोण और सही समय पर रन गति बढ़ाने की क्षमता ने मध्य और निचले क्रम के बल्लेबाज़ों को उनके चारों ओर आत्मविश्वास के साथ खेलने का मौका दिया। यह प्रदर्शन वास्तव में असाधारण था, जो पूरी सीरीज़ की दिशा तय कर सकता है।

बांग्लादेश के खिलाफ शुरुआती अराजकता के बीच कप्तानी पारी से श्रीलंका की वापसी

कोलंबो में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए श्रीलंका की शुरुआत बेहद खराब रही। पथुम निसांका और कामिंडु मेंडिस सस्ते में पवेलियन लौटे, जबकि निशान मदुश्का भी टिक नहीं पाए, जिससे स्कोर पहले सात ओवर में ही 29/3 हो गया। कुसल मेंडिस ने थोड़ी देर तक संघर्ष किया और 45 रन बनाए, लेकिन 19वें ओवर से पहले तनवीर इस्लाम का शिकार हो गए। इसके बाद असलांका ने मोर्चा संभाला और पारी को स्थिरता प्रदान की।

उन्होंने लियानागे के साथ 64 रन की साझेदारी की और बाद में रथनायके व हसरंगा के साथ अहम रन जोड़े। बीच के ओवरों में उन्होंने रनगति बढ़ाई और पारी को गति दी। निचले-मध्य क्रम से दीवान वेलालगे ने भी उपयोगी योगदान दिया, जिससे टीम का स्कोर 244 तक पहुँच पाया।

बांग्लादेश की ओर से तस्कीन अहमद ने घातक गेंदबाज़ी की और 47 रन देकर 4 विकेट चटकाए। तनजीम साकिब ने 3 विकेट लिए, जबकि तनवीर इस्लाम और नजमुल इस्लाम ने भी किफायती गेंदबाज़ी की। हालांकि, वे असलांका की संयमित और निर्णायक पारी को रोक नहीं सके। श्रीलंका की पूरी पारी 49.2 ओवर में 244 रनों पर समाप्त हुई—जो भले ही कुछ कम लगा हो, लेकिन पिच पर मौजूद स्विंग और टर्न को देखते हुए यह स्कोर पूरी तरह से बचाव योग्य कहा जा सकता है।

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प्रशंसकों ने इस प्रकार प्रतिक्रिया व्यक्त की:

 

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